- धरना रैली कर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओ ने जताया विरोध

सरकार की सद्बुद्धि के लिए गोलेश्वर मंदिर में किया भजन कीर्तन और पूजन
डबरा (बेजोड रत्न)। मंगलवार को ब्लॉक बरगी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने अपनी मांगों के संबंध में एसडीएम कार्यालय पर धरना प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सोपा उससे पूर्व गोलेश्वर महादेव मंदिर पर भजन कीर्तन करते हुए सरकार को सद्बुद्धि प्रदान करने की भगवान भोलेनाथ से कामना की और रैली निकालकर सरकार के प्रति विरोध जताया।मध्य प्रदेश बुलंद आवाज नारी शक्ति संगठन के बैनर तले आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने शासन प्रशासन द्वारा मांगों की पूर्ति में की जा रही अंधेखी पर आक्रोश व्यक्त करते हुए सबसे पहले नगर के सुप्रसिद्ध प्राचीन गोलेश्वर महादेव मंदिर पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता यूनियन की ब्लॉक अध्यक्ष राजेश्वरी शिवहरे के नेतृत्व में लगभग चार सैकडा से अधिक महिलाओं ने पहले मंदिर परिसर में लगभग 4 घंटे तक भजन कीर्तन करते हुए भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना करते हुए सरकार को सद्बुद्धि देने की प्रार्थना की।

सरकार के खिलाफ नारेबाजी के माध्यम से अपना विरोध प्रकट करते हुए रैली निकाली.....

तत्पश्चात हातों में बैनर लेकर एक विशाल रैली के रूप में प्रदर्शन करते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी के माध्यम से अपना विरोध प्रकट करते हुए रैली निकाली जो नगर के मुख्य मार्गो से होती हुई एसडीएम कार्यालय पहुंची जहां एसडीएम अश्वनी कुमार रावत को मुख्यमंत्री के नाम अपनी छह सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपकर लगभग 1 घंटे तक धरना दिया। यहां तक की सरकार के विरोध में प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने तहसील कार्यालय आदि पर जाने वाले लोगों का रास्ता भी रोक रखा जिसके कारण लोगों को काफी व्यवधान भी उठाना पड़ा। हालांकि आंदोलन को गांधीवादी विचारधारा के अनुरूप प्रदर्शन करते हुए एक घंटे बाद स्थगित कर दिया गया।

आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं की यह प्रमुख मांग.......

मुख्यमंत्री के नाम भितरवार एसडीएम अश्वनी कुमार रावत को दिए गए छह सूत्रीय मांग के ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि कार्यकर्ता और सहायिकाओं का नियमितीकरण, मुख्यमंत्री के वायदे के अनुसार सेवा निवृत्ति पर कार्यकर्ता को 1लाख व सहायिका को 75 हजार रुपए दिए जाएं। अक्टूबर 2018 से 1500 रूपये बढी हुई राशि एरियर्स के रूम में एक मुस्त दी जाए। कार्यकर्ता को ग्रेजुएट एवं अनुभव के आधार पर सुपरवाइजर के रूप में पदोन्नति मिले। शासकीय कर्मचारी का आदेश पारित होने तक न्यूनतम वेतन कार्यकर्ता को 30 हजार व सहायिका को 15 हजार रुपए दिए जाएं। मोबाइल की राशि जल्द दी जाए, मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को बराबरी का दर्जा देते हुए समान वेतन दिया जाए। आदि मांगों को लेकर ज्ञापन सोपा।

नवजात बच्चों को जहां आंगनबाड़ी  केंद्रों पर पोषण नहीं मिल पा रहा है....

 बताने की 15 मार्च 2023 से प्रदेश नेतृत्व के आव्हान पर भितरवार ब्लॉक के विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों की कार्यकर्ता और सहायिकाएं अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चल रही है और मंगलवार को हड़ताल के सातवें दिन भी सभी आंगनबाड़ी केदो पर ताले लटके रहे। इस दौरान आंगनबाड़ी केंद्रों पर लटके तालों के कारण पिछले 1 सप्ताह से नवजात बच्चों को जहां आंगनबाड़ी  केंद्रों पर पोषण नहीं मिल पा रहा है तो वही धात्री और गर्भवती महिलाओं को भी शान द्वारा प्रदत्त की जाने वाली पोषण सुविधा के अलावा अन्य प्रकार की सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है।


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