फिरोजाबाद / अखिल भारतीय सोहम महामंडल के तत्वावधान में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा हवन यज्ञ एवं संत सम्मेलन का रविवार को समापन हो गया। कथा के समापन क अवसर पर हवन यज्ञ और भंडारे का आयोजन किया गया। भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने पहले हवन यज्ञ में आहुति डाली और फिर प्रसाद ग्रहण कर पुण्य कमाया।
श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान संत सम्मेलन के समापन पर सोहम पीठाधीश्वर स्वामी सत्यानंद जी महाराज ने दान के महत्व को बताते हुए कहा कि सत्संग से जीव का कल्याण निश्चित है धन की तीन गति होती हैं जप तप धन और भोग जो धन दान के काम में लगेगा वह जीवन में अनेक गुणा फल दायी होता है दान और धर्म कार्य ही जीवन में अंतिम समय काम आते हैं दान और पुण्य कर्म से पापों का नाश होता है जीवन में हर समय भगवान का स्मरण करते रहना चाहिए | महाराज श्री ने सभी के कल्याण की कामना के साथ तथा धार्मिक आयोजन में सभी कार्यकर्ताओं और जिला प्रशासन और नगर निगम के सहयोग की भी सराहना की |
महाराज श्री ने बताया कि अगला सत्संग फिरोजाबाद में 18 मई से 24 मई तक जैननगर स्थित आश्रम पर आयोजित किया जाएगा |
इससे पूर्व श्रीमद् भागवत कथा के समापन पर कथा व्यास पंडित राम गोपाल शास्त्री ने श्रीमद् भागवत को अलौकिक ग्रंथ बताते हुए कहा कि श्रीमद् भागवत पुराण कथा मात्रा नहीं है इसमें स्वयं कृष्ण का बात है कथा को सच्चे मन से सुनने पर स्वयं भागवत में कृष्ण के दर्शन होते हैं इसलिए भागवत पुराण अलौकिक ग्रंथ है।कथा पंडाल में स्थित समस्त भक्तजनों ने यज्ञ में पूर्णाहुति प्रदान करते हुए प्रसाद ग्रहण किया। इस अवसर पर मुख्य यजमान संजय शर्मा, यज्ञपती सौरभ तिवारी, चंद्र प्रकाश शर्मा, डीएम शर्मा, उमाकांत पचौरी एडवोकेट, सर्वेश दीक्षित, संजय अग्रवाल, माता दीन यादव, शिवरायण यादव, पप्पू ,महेश यादव, महेश गुप्ता ,विद्याराम राजोरिया, अश्वनी शर्मा, प्रवीण अग्रवाल, विकास लहरी आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे ।