बांग्लादेश में हिंदुओं के घरों के साथ-साथ मंदिरों को भी निशाना बनाया जा रहा है। पड़ोसी देश में हिंदुओं के खिलाफ हो रही इस हिंसा के खिलाफ विभिन्न शिक्षाविदों और इतिहासकारों ने आवाज उठाई है। इन लोगों ने भारतीय संसद को खुला पत्र लिखकर हिंसा के खिलाफ प्रस्ताव पेश करने की मांग की है।
पत्र में हिंदुओं को न्याय दिलाने की मांग की गई। नई दिल्ली। बांग्लादेश में हिंसा बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के खिलाफ लगातार हिंसा की घटनाएं हो रही हैं। हिंदुओं के घरों के साथ-साथ मंदिरों को भी निशाना बनाया जा रहा है। अब पड़ोसी देश में अंतरिम सरकार बन गई है, लेकिन वह भी मूकदर्शक बनी बैठी है।
दोस्तों आपके लिए एक जानकारी है अगर आप भी भारत के नागरिक हैं तो आपको हमारे Whatsapp Channel से जरूर जुड़ना चाहिए क्योंकि भारत की जितनी भी लेटेस्ट न्यूज़ , सरकारी नौकरी या कोई अन्य नौकरी या किसी भी प्रकार की सरकारी योजना है किसी भी प्रकार का अपडेट आपको Whatsapp Channel के माध्यम से आसान भाषा में दिया जाता है और वेबसाइट के माध्यम से भी दिया जाता है तो आप चाहें तो नीचे दिए गए लिंक के जरिए से जुड़ सकते हैं।
इस बीच हिंदुओं के खिलाफ हो रही इस हिंसा के खिलाफ विभिन्न शिक्षाविदों और इतिहासकारों ने आवाज उठाई है। इन लोगों ने भारतीय संसद को खुला पत्र लिखकर हिंसा के खिलाफ प्रस्ताव पेश करने की मांग की है।
इस खुले पत्र में भारतीय संसद से हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा के खिलाफ प्रस्ताव लाकर हमलों को रोकने की मांग की गई है। अपराधियों को जल्द पकड़ने की भी मांग की गई है। पत्र में यह भी कहा गया है कि सभी हस्ताक्षरकर्ताओं ने बांग्लादेश में हिंदू समुदाय द्वारा सामना की जा रही बढ़ती हिंसा और उत्पीड़न के बारे में अपनी गहरी चिंता व्यक्त की है। हाल की घटनाओं ने इस क्षेत्र में हिंदुओं के खिलाफ लक्षित हिंसा के एक नए और खतरनाक पैटर्न की ओर वैश्विक ध्यान आकर्षित किया है।
पत्र में कहा गया है कि हम बहुत ही परेशान करने वाली घटनाएं देख रहे हैं, जिसमें मेहरपुर में एक इस्कॉन मंदिर को जलाना, देश भर में कई हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ और हिंदुओं की लिंचिंग का जश्न मनाने वाले दंगाइयों के वीडियो शामिल हैं।