- राहुल के खिलाफ 'हिंसक बयान' देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें; खड़गे का पीएम मोदी को पत्र

राहुल के खिलाफ 'हिंसक बयान' देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें; खड़गे का पीएम मोदी को पत्र

खड़गे ने लिखा है कि दुनिया यह देखकर हैरान है कि केंद्र सरकार में रेल राज्य मंत्री, भाजपा शासित यूपी के मंत्री आदि विपक्ष के नेता को आतंकवादी नंबर एक बता रहे हैं। महाराष्ट्र में आपकी सरकार में सहयोगी पार्टी के एक विधायक ने विपक्ष के नेता की जीभ काटने वाले को 11 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है।

 

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर आग्रह किया कि केंद्रीय मंत्री रवनीत बिट्टू समेत उन नेताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए, जिन्होंने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के खिलाफ 'आपत्तिजनक और हिंसक' बयान दिए हैं।

प्रधानमंत्री को उनके जन्मदिन पर लिखे पत्र में उन्होंने उन्हें बधाई दी और साथ ही बिट्टू और सत्तारूढ़ दल के कुछ अन्य नेताओं द्वारा राहुल गांधी के खिलाफ दिए गए बयानों का जिक्र करते हुए कहा कि ये भविष्य के लिए घातक हैं। खड़गे ने पत्र में कहा, "सबसे पहले मैं आपको जन्मदिन की हार्दिक बधाई देता हूं। इसके साथ ही मैं आपका ध्यान ऐसे मुद्दों की ओर आकर्षित करना चाहता हूं, जिनका सीधा संबंध लोकतंत्र और संविधान से है।

 

पको पता ही होगा कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के खिलाफ बेहद आपत्तिजनक, हिंसक और असभ्य बयानों की झड़ी लगी हुई है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी और सहयोगी दलों के नेताओं द्वारा इस्तेमाल की जा रही हिंसक भाषा भविष्य के लिए घातक है।

खड़गे ने कहा, "दुनिया हैरान है कि केंद्र सरकार में रेल राज्य मंत्री, भाजपा शासित उत्तर प्रदेश के मंत्री आदि लोकसभा में विपक्ष के नेता को "नंबर एक आतंकवादी" कह रहे हैं। महाराष्ट्र में आपकी सरकार में सहयोगी दल के एक विधायक ने विपक्ष के नेता की जीभ काटकर लाने वाले को 11 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। दिल्ली में एक भाजपा नेता और पूर्व विधायक ने उन्हें "दादी की तरह कष्ट देने" की धमकी दी है। उन्होंने पत्र में उल्लेख किया कि भारतीय संस्कृति अहिंसा, सद्भाव और प्रेम के लिए दुनिया भर में जानी जाती है।

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, "इन बिंदुओं को हमारे नायकों ने राजनीति में मानक के रूप में स्थापित किया था। गांधी जी ने ब्रिटिश शासन के दौरान ही इन मानकों को राजनीति का अहम हिस्सा बना दिया था। आजादी के बाद संसदीय क्षेत्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच सम्मानजनक असहमति का लंबा इतिहास रहा है।

" उन्होंने कहा, "इससे कांग्रेस के करोड़ों कार्यकर्ता और नेता बेहद आंदोलित और चिंतित हैं, क्योंकि ऐसी ही नफरत फैलाने वाली ताकतों के कारण राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी को अपने प्राणों की आहुति देनी पड़ी।" खड़गे ने कहा, "मैं आपसे अनुरोध करता हूं और उम्मीद करता हूं कि कृपया आप अपने नेताओं पर अनुशासन और मर्यादा लागू करें। उन्हें सही तरीके से व्यवहार करने का निर्देश दें।

ऐसे बयानों के लिए सख्त कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि भारतीय राजनीति को पतित होने से रोका जा सके।" कुछ भी अप्रिय नहीं होना चाहिए.'' उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि प्रधानमंत्री ऐसे नेताओं को तुरंत रोकने के लिए आवश्यक कार्रवाई करेंगे. बता दें कि केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने हाल ही में अमेरिका यात्रा के दौरान सिखों के संबंध में की गई टिप्पणी के लिए रविवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी की आलोचना की और उन्हें ''देश का सबसे बड़ा दुश्मन और आतंकवादी'' बताया. शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ ने भी राहुल गांधी को लेकर विवादित बयान दिया.

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