मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रीय खेलों के दौरान निर्मित खेल अवसंरचनाओं का प्रभावी उपयोग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने राज्य के खिलाड़ियों को उच्च स्तरीय प्रशिक्षण और सुविधाएँ प्रदान करने के लिए लीगेसी योजना पर तेज़ी से काम करने को कहा है। उत्तराखंड ने राष्ट्रीय खेलों में ऐतिहासिक प्रदर्शन किया था और सरकार खेल संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
उत्तराखंड में आयोजित राष्ट्रीय खेलों की सफलता के बाद, सरकार अब एक नई सोच और रणनीति के साथ आगे बढ़ रही है। इसी कड़ी में, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य सचिव आनंद बर्धन को निर्देश दिए हैं कि राष्ट्रीय खेलों के दौरान निर्मित और उन्नत खेल अवसंरचनाओं का प्रभावी उपयोग सुनिश्चित किया जाए ताकि राज्य के खिलाड़ियों को निरंतर उच्च स्तरीय प्रशिक्षण और सुविधाएँ प्रदान की जा सकें।
उन्होंने मुख्य सचिव को इसके लिए लीगेसी योजना की कार्ययोजना तैयार करने और उस पर तेज़ी से काम करने को कहा है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उत्तराखंड ने राष्ट्रीय खेलों में ऐतिहासिक प्रदर्शन किया है। पहली बार खिलाड़ियों ने राज्य के लिए 100 से ज़्यादा पदक जीते और पदक तालिका में सातवाँ स्थान हासिल किया। इससे खिलाड़ियों ने पूरे देश का ध्यान अपनी ओर खींचा।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय खेलों के लिए तैयार की गई अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं अब राज्य के खिलाड़ियों के लिए प्रशिक्षण केंद्र के रूप में उपयोगी होंगी। देहरादून के महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज और हल्द्वानी के इंदिरा गांधी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स को आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया गया है। इसके साथ ही, राज्य के आठ शहरों में 23 खेल अकादमियों की स्थापना भी इसी विरासत योजना का हिस्सा है।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि खेल अवसंरचना को बेकार नहीं रहने दिया जाएगा और इसका अधिकतम उपयोग किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हल्द्वानी में बनने वाला खेल विश्वविद्यालय राज्य की खेल संस्कृति को संस्थागत रूप देगा। यह न केवल प्रशिक्षण और अनुसंधान का केंद्र बनेगा, बल्कि युवाओं को कोचिंग, खेल विज्ञान, फिजियोथेरेपी और प्रबंधन के क्षेत्र में अवसर भी प्रदान करेगा।