- पीएफ पर मिलने वाले ब्याज पर फिर कैंची चलने की तैयारी

नई दिल्ली। अगर आपका भी कर्मचारी भविष्य निधि में खाता खुला है, तब यह खबर आपके लिए जरुरी है। बता दें कि आपके पीएफ पर मिलने वाले ब्याज में फिर कैंची चलने की आशंका है। वित्त वर्ष 2022-23 के लिए भविष्य निधि यानी पीएफ पर ब्याज दर को लेकर 25-26 मार्च को कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के केंद्रीय न्यासी बोर्ड की बैठक होने जा रही है। हालांकि, बैठक के एजेंडे को लेकर आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा गया है, लेकिन लोगों का कहना है कि ब्याज दर 8 प्रतिशत के स्तर से नीचे जाने की संभावना नहीं है। बता दें कि पीएफ पर मिलने वाली ब्याज की मौजूदा दर 43 साल के निचले स्तर पर है और अभी 8.10 फीसदी ब्‍याज मिल रहा है। मार्च 2022 में सीबीटी यानी केंद्रीय न्यासी बोर्ड ने वित्त वर्ष 2021-22 के लिए ईपीएफओ के 6 करोड़ से अधिक सक्रिय ग्राहकों के लिए 8.1 प्रतिशत ब्याज दर की सिफारिश की थी, जिससे अनुमानित अधिशेष 450 करोड़ रुपये रह गया। सूत्रों ने बताया कि ईपीएफओ मौजूदा 8.1 फीसदी की ब्याज दर को बरकरार रख सकता है। 
बता दें कि अभी ईपीएफओ 85 फीसदी हिस्सा ऋण वाले विकल्पों में निवेश करता है, जिसमें सरकारी सुरक्षा और बॉन्ड भी शामिल हैं। बाकी के 15 फीसदी हिस्से को ईटीएफ में लगाया जाता है। डेट और इक्विटी से हुई कमाई के आधार पर पीएफ का ब्याज तय किया जाता है। वहीं रिपोर्ट के मुताबिक, पीएफ पर ब्याज को घटाकर 8 फीसदी किया जा सकता है। अगर ऐसा होता है, तब प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले 6 करोड़ से अधिक लोगों को सीधे तौर पर नुकसान होगा। 

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