- दिल्ली नगर निगम 85 हजार पौधरोपण कर सुधरेगा पार्कों की हालत, ठीक होंगे बोरवेल

नई दिल्ली। बढ़ती गर्मी को देखते हुए पार्कों में पौधों को पानी देने और मानसून के दौरान होने वाले पौधरोपण के लिए एक्शन प्लान तैयार कर लिया है। इसके तहत जहां निगम ने अपने पार्कों में खराब पड़े बोरवेल को ठीक करने की दिशा में कार्य शुरू कर दिया तो वहीं, मानसून में होने वाले पौधरोपण को देखते हुए 20 नर्सरी का विकास किया जा रहा है। इनमें मानसून में पौधरोपण के लिए पौधे तैयार किए जा रहे हैं। इस बार निगम ने 85 हजार पौधरोपण करने का लक्ष्य रखा है। 20 नर्सरी 12 जोन में तैयार की जा रही है, ताकि जोन के अनुसार होने वाले पौधरोपण अभियान में इनका उपयोग किया जा सके। दिल्ली नगर निगम के अनुसार एनजीटी के आदेश के तहत पूर्वी दिल्ली नगर निगम में 900 बोरवेल सील हो गए थे। हालांकि, बाद में पौधों की सिंचाई के लिए बोरवेल को खोलने की मंजूरी मिल गई थी। इस दौरान बोरवेल बंद होने के दौरान ये खराब भी हो गए थे, वही असमाजिक तत्वों कुछ पुर्जों को चुरा लिया था। गर्मी के बाद पार्कों में पानी की सिंचाई की आवश्यकता को देखते हुए निगम ने 900 बोरवेल को ठीक करने के लिए 10 करोड़ का फंड मंजूर कर दिया है। इस फंड से बोरवेल के लिए नए उपकरण खरीदने से लेकर पुरानों की मरम्मत करने का कार्य शामिल है। निगम के अधिकारी ने बताया कि नागरिकों की काफी शिकायतें आ रही है कि उनके इलाके में पार्क सूखे पड़े हैं। इसलिए जब तक पार्कों के बोरवेल ठीक नहीं हो जाते तब तक यहां पर पानी के 29 टैंकर सिंचाई के लिए समर्पित हैं। अधिकारी ने बताया कि रोशनआरा बाग में बनाई गई हाईटेक नर्सरी से हम तिमाही में 38 हजार पौधे तैयार कर चुके हैं, जिन्हें विभिन्न जोन में वितरित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि नर्सरियों मे फूल और औषधीय पौधों को तैयार करने का कार्य चल रहा है। उल्लेखनीय है कि 15,226 पार्क हैं, जो पांच हजार 172 एकड़ में फैले हैं। निगम एनजीटी के निर्देशों के मुताबिक सभी पार्कों में सिंचाई के लिए एसटीपी के पानी का उपयोग करना है। एसटीपी के पांच किलोमीटर के दायरे में बड़े पार्कों में निगम उसी पानी से सिंचाई की योजना पर कार्य कर रहा है। निगम ने 32 एसटीपी के माधअयम से पार्कों में पानी की सिंचाई की जाती है। भूजल स्तर को बढ़ाने के लिए 292 करोड़ रुपये की योजना बनाकर दी है। इससे 11869 पार्कों में 4459 एकड़ भूमिक की सिंचाई एसटीपी से हो सकेगी।

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