- सरकार की पीएलआई योजना ने ड्रैगन को दिया झटका

नई दिल्ली । भारत में होने वाले आयात को लेक बड़ी खबर सामने आ रही है। जोकि मोदी सरकार के लिए एक बड़ी राहत लेकर आई हैं। दरअसल ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (जीटीआरआई) की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन से इलेक्ट्रॉनिक सामान के आयात में गिरावट आई है। 2022-23 में चीन से लैपटॉप, पर्सनल कंप्यूटर (पीसी), इंटीग्रेटेड सर्किट और सोलर सेल जैसे इलेक्ट्रॉनिक सामान के आयात में कमी आई है। जीटीआरआई की रिपोर्ट के मुताबिक इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं में आयात में गिरावट पीएलआई (प्रोडक्शन लिंकड इनिशिएटिव) की वजह से आई है। मोदी सरकार ने योजना को मार्च 2020 में लांच किया था।मोदी सरकार ने योजना की शुरुआत घरेलू उत्पादन को बढ़ाने और आयात बिल को कम करने के लिए किया था, जिसका इस रिपोर्ट में साफ असर दिख रहा है। इस योजना के तहत केंद्र सरकार कंपनियों को भारत में बने प्रोडक्ट की बिक्री के आधार पर इंसेंटिव देती है।
रिपोर्ट के मुताबिक, 2021-22 की तुलना में पिछले वित्त वर्ष में लैपटॉप और पीसी का आयात 23.1 प्रतिशत घटकर 4.1 अरब डॉलर और मोबाइल फोन का आयात 4.1 प्रतिशत घटकर 85.7 करोड़ डॉलर रह गया।
इसके अलावा इंटीग्रेटेड सर्किट का इनबाउंड शिपमेंट 4.5 प्रतिशत घटकर 4.7 अरब डॉलर रह गया। 2022-23 में यूरिया और अन्य उर्वरकों का आयात 26 प्रतिशत घटकर 2.3 अरब डॉलर रह गया। रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2021-22 की तुलना में पिछले वित्त वर्ष में चिकित्सा उपकरणों का आयात 13.6 प्रतिशत घटकर 2.2 बिलियन अमरीकी डॉलर रह गया। इसके अलावा सोलर सेल, पुर्जे, डायोड का आयात 2022-23 में 70.9 प्रतिशत घटकर 1.9 अरब डॉलर रह गया।
जीटीआरआई के अनुसार, भारत ने लिथियम आयन बैटरी के आयात में रिकॉर्ड बढ़ोतरी की है। रिपोर्ट के मानें तब भारत ने लिथियम-आयन बैटरी का आयात पिछले वित्त वर्ष में लगभग 96 प्रतिशत बढ़कर 2.2 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया। भारत में तेजी से बढ़ते इलेक्ट्रिक वाहनों की डिमांड के चलते ये वृद्धि दर्ज की गई है। इसके अलावा चीन से मशीनरी, रसायन, स्टील, पीवीसी राल और प्लास्टिक के आयात में वृद्धि शामिल है।
रिपोर्ट के मुताबिक चीन से आयात में आई गिरावट के बावजूद भारत चीनी सामान का सबसे बड़ा आयातक रहा है। भारत अब भी चीन के विभिन्न सामानों पर निर्भर है। 2022-23 के दौरान चीन से भारत का कुल आयात लगभग 91 बिलियन अमरीकी डालर तक पहुंच गया। 2021-22 में यह 94.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर था। वहीं अगर निर्यात की बात करें तब चीन, अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात और नीदरलैंड के बाद भारत का चौथा सबसे बड़ा एक्सपोर्ट है। 


Comments About This News :

खबरें और भी हैं...!

वीडियो

देश

इंफ़ोग्राफ़िक

दुनिया

Tag