मुम्बई । क्रिकेटर अंबाती रायुडू को शानदार प्रदर्शन के बाद भी वह जगह नहीं मिली जहां वह पहुंच सकते थे। 2019 विश्वकप में जब उन्हें टीम में जगह नहीं मिली तो निराश होकर उन्होंने खेल का अलविदा कह दिया हालांकि वह घरेलू क्रिकेट वह आईपीएल खेलते रहे। रायुडू ने 21 साल के करियर में कई गलतियां बार-बार कीं जिसका भी उन्हें नुकसान हुआ। आजकल वह राजनीति में उतरे हैं। भारत के लिए
61 मैच खेलने वाले अंबाती रायुडू क्रिकेट छोड़कर 28 दिसंबर 2023 को राजनीति में उतर गये। वह वाईएसआर कांग्रेस में शामिल हुए पर एक सप्ताह में ही उन्होंने राजनीति से दूरी बना ली। इसका कारण उन्होंने आईएलटी20 लीग में हिस्सा बताया है। भारतीय क्रिकेट में जब सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़, वीवीएस लक्ष्मण अपने आखिरी पड़ाव पर था, तब अंबाती अपने करियर को पुनर्जीवित कर रहे थे। वह इस दौड़ में रैना, रोहित, विराट से पिछड़ चुके थे।
रायुडू में काफी प्रतिभा थी। उन्होंने रणजी सत्र में जमकर रन बनाये। चयनकर्ताओं ने 2013 में अंबाती रायुडू को टीम इंडिया में जगह दी। साल 2013 में उन्होंने पहला एकदिवसीय खेला और 2014 में पहला टी20 इंटरनेशनल मैच। साल 2018 में उनका प्रदर्शन इतना बेहतरीन था कि सबने मान लिया था कि टीम इंडिया की नंबर-4 की परेशानी दूर हो गई है। साल 2019 आते ही रायुडू की किस्मत ने धोखा दे दिया। ऑस्ट्रेलिया में हुई एकदिवसीय सीरीज में रायुडू असफल हो गये। चयनकर्ताओं ने इसी कारण नंबर चार के लिए उनकी जगह विजय शंकर को दे दी।