25 एकड़ क्षेत्र में बनने वाली इस गौशाला में रहने वाले पशुओं और सड़कों पर घायल व बीमार होने वाले पशुओं के उपचार के लिए मेडिकल वार्ड भी बनाया जाएगा। साथ ही कई अन्य सुविधाएं भी होंगी।
राजधानी भोपाल में प्रदेश की पहली हाईटेक गौशाला बनेगी। यह गौशाला बरखेड़ी-डोब गांव में 25 एकड़ क्षेत्र में बनेगी, जिसमें 10 हजार गायों को एक साथ रखा जा सकेगा। शनिवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस गौशाला का भूमि पूजन किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें खुशी है कि पूरे देश में किसी भी राज्य की राजधानी में इतनी बड़ी गौशाला नहीं है, जितनी यहां भोपाल में बनने जा रही है। हम इस गौशाला से सरकार और नगर निगम समेत सभी को जोड़ रहे हैं।
हमारा यह शरीर देखने में तो हमारा शरीर है, लेकिन आध्यात्मिक रूप से जब तक आत्मा इसमें प्रवेश नहीं करती, हमारी चेतना मूर्त रूप नहीं ले पाती। ऐसे में हम संत समाज के माध्यम से जीवात्माओं को गौशालाओं में प्रवेश करा रहे हैं, क्योंकि हमारी गाय को कोई कष्ट न हो।
सीएम ने कहा कि जिस घर में गाय रहती है, वह घर गोकुल बन जाता है और जो गाय पालता है, वह गोपाल कहलाता है। मुझे खुशी है कि हम पूरे प्रदेश में गौशालाएं बना रहे हैं। जैसे सरकार गेहूं और धान पर बोनस देती है, वैसे ही दूध खरीदने पर भी बोनस देगी। हमारा प्रदेश देश का 9 प्रतिशत दूध उत्पादित करता है। हमने मिलकर तय किया है कि अगले 5 साल में इसे बढ़ाकर 20 प्रतिशत करेंगे। उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय में गाय से संबंधित पाठ्यक्रम शुरू करने की भी बात कही।
करीब 15 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली इस गौशाला में न सिर्फ गायों का आधुनिक तरीके से रखरखाव होगा, बल्कि उनके इलाज के लिए सभी संसाधनों से लैस मेडिकल वार्ड का भी निर्माण किया जाएगा। गौशाला में सीसीटीवी के जरिए सतत निगरानी की व्यवस्था रहेगी।
इस अत्याधुनिक गौशाला में गायों को आधुनिक कन्वेयर बेल्ट के जरिए भूसा, हरी घास, पशु आहार आदि पहुंचाया जाएगा। गौशाला में गाय के गोबर व मूत्र आदि से विभिन्न सामग्रियां तैयार की जाएंगी तथा जैविक खाद के उत्पादन के लिए प्लांट भी लगाया जाएगा। गौशाला में रहने वाले पशुओं तथा सड़कों पर घायल व बीमार होने वाले पशुओं के उपचार के लिए मेडिकल वार्ड भी बनाया जाएगा।
इस गौशाला का निर्माण कार्य ग्रामीण अभियंत्रण विभाग करेगा, जबकि नगर निगम व पशुपालन विभाग नोडल एजेंसी होगी। गौशाला का संचालन नगर निगम करेगा। गौशाला के लिए फंड की व्यवस्था स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट व जिला पंचायत द्वारा की जाएगी। यह गौशाला तीन चरणों में बनकर तैयार होगी। पहले चरण में करीब 2000 पशुओं की क्षमता वाले क्षेत्र का निर्माण किया जाएगा।
गौशाला के भूमिपूजन कार्यक्रम में पशुपालन एवं डेयरी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) लाखन पटेल, मंत्री विश्वास सारंग, राज्य मंत्री कृष्णा गौर, सांसद आलोक शर्मा, विधायक रामेश्वर शर्मा, स्वामी अच्युतानंद महाराज, जिला पंचायत अध्यक्ष रामकुंवर गुर्जर, फंदा नपाध्यक्ष प्रमोद राजपूत, महापौर मालती राय, निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी भी मौजूद रहे.