- ट्रंप के टैरिफ ने बढ़ाई शाहबाज शरीफ की टेंशन, पाकिस्तान के मंत्री औरंगजेब पहुंचे अमेरिका, क्या हो गई डील?

ट्रंप के टैरिफ ने बढ़ाई शाहबाज शरीफ की टेंशन, पाकिस्तान के मंत्री औरंगजेब पहुंचे अमेरिका, क्या हो गई डील?

डोनाल्ड ट्रंप ने कई देशों पर टैरिफ लगाने की घोषणा की है, जिससे शाहबाज शरीफ तनाव में हैं और उन्होंने अपने वित्त मंत्री औरंगजेब को व्यापार समझौते पर बातचीत के लिए वाशिंगटन भेजा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में दुनिया के कई देशों पर नए टैरिफ लगाने की घोषणा की है। इन देशों में अब तक पाकिस्तान का नाम शामिल नहीं था, लेकिन फिर भी शाहबाज शरीफ को चिंता है कि ट्रंप पाकिस्तान पर भी बड़ा टैरिफ लगा सकते हैं। इसी सिलसिले में पाकिस्तान के वित्त मंत्री औरंगजेब अमेरिका के दौरे पर पहुँचे हैं।

औरंगजेब ने अमेरिकी अधिकारियों लुटनिक और ग्रीर के साथ टैरिफ को लेकर बातचीत की। इस दौरान टैरिफ के मुद्दे के साथ-साथ दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने पर भी चर्चा हुई। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने इस मामले पर एक बयान जारी कर कहा कि बातचीत सार्थक रही और दोनों पक्षों ने इसे सकारात्मक बताया। दोनों देशों ने आर्थिक साझेदारी को बढ़ावा देने के अवसरों पर चर्चा की। यह वार्ता पाकिस्तान के निर्यात क्षेत्र, खासकर कपड़ा और कृषि क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

अमेरिका ने नहीं की कोई आधिकारिक घोषणा

हालांकि पाकिस्तान और अमेरिका के बीच बातचीत हुई है, लेकिन अमेरिका की ओर से अभी तक कोई औपचारिक घोषणा नहीं हुई है। सूत्रों के अनुसार, अमेरिका अपने अन्य व्यापारिक साझेदारों के साथ बातचीत पूरी करने के बाद ही पाकिस्तान के लिए कोई नीति घोषित करेगा। यह रुख दर्शाता है कि अमेरिका एक व्यापक टैरिफ रणनीति के तहत सभी साझेदारों के साथ अलग-अलग बातचीत कर रहा है, ताकि एक संयुक्त और सख्त नीति सामने आ सके।

अमेरिका-पाकिस्तान संबंधों में नया मोड़

गौरतलब है कि पिछले कुछ वर्षों में अमेरिका और पाकिस्तान के बीच संबंध तनावपूर्ण रहे हैं। लेकिन पिछले महीने व्हाइट हाउस में डोनाल्ड ट्रंप और पाकिस्तानी सेना प्रमुख असीम मुनरो की मुलाकात के बाद संबंधों में सुधार के संकेत मिले हैं। इस मुलाकात के बाद ही पाकिस्तान और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता शुरू हुई थी, जो अब एक व्यापक टैरिफ चर्चा में तब्दील हो रही है।

पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर टैरिफ का प्रभाव

टैरिफ पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था के लिए एक बड़ा जोखिम साबित हो सकता है। निर्यात पर निर्भर अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका लग सकता है। कपड़ा, कृषि और औद्योगिक उत्पादों के लिए अमेरिकी बाजार तक पाकिस्तान की पहुँच प्रभावित हो सकती है। टैरिफ बढ़ने से निर्यात महंगा और कम प्रतिस्पर्धी हो सकता है। हालाँकि, अगर समझौता सफल होता है, तो पाकिस्तान को टैरिफ में रियायतें मिल सकती हैं। इससे पाकिस्तान को आर्थिक स्थिरता मिल सकती है और अमेरिका के साथ उसके रणनीतिक संबंध मजबूत हो सकते हैं।

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