प्रशांत किशोर ने कहा था कि अगर जेडीयू 25 से ज़्यादा सीटें जीतती है तो वह राजनीति छोड़ देंगे। यह दावा झूठा साबित हुआ है। जेडीयू ने वादे से तीन गुना ज़्यादा सीटें जीतीं।
2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को भारी जीत मिली। शुक्रवार (14 नवंबर, 2025) को जब नतीजे आने शुरू हुए तो महागठबंधन के नेता दंग रह गए। शायद किसी ने ऐसी हार और जीत की उम्मीद नहीं की थी। इस बीच सबसे ज़्यादा चर्चा इस बात पर है कि क्या नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बनेंगे।
यह सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि चुनावी रणनीतिकार और जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने भविष्यवाणी की थी कि नतीजे आने के बाद नीतीश कुमार मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे। उन्होंने कई पत्रकारों को इंटरव्यू के दौरान यह बयान लिखित में भी दिया था। अब लोग बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं कि क्या नीतीश कुमार फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे।
प्रशांत किशोर का 25 सीटों वाला दावा झूठा साबित हुआ है।
प्रशांत किशोर को राजनीति का विशेषज्ञ माना जाता है। इस बार उनकी पार्टी जन सुराज बिहार में कुछ हासिल नहीं कर पाई, लेकिन उन्होंने चुनाव के दौरान कई और दावे किए जो झूठे साबित हुए। प्रशांत किशोर ने कहा था कि अगर जेडीयू 25 से ज़्यादा सीटें जीतती है, तो वह राजनीति छोड़ देंगे। यह दावा अब झूठा साबित हो गया है। जेडीयू ने 25 से तीन गुना ज़्यादा सीटें जीती हैं। प्रशांत किशोर के ऐसे बयान अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
कई अन्य नेताओं ने कहा है कि नीतीश सीएम नहीं बनेंगे।
गौरतलब है कि बिहार की राजनीति में तेजस्वी यादव ने हाल ही में कई मौकों पर दावा किया है कि आगामी विधानसभा चुनाव (2025) के बाद नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे। उन्होंने कई बार यह भी कहा कि यह नीतीश कुमार का आखिरी चुनाव है। भाजपा नीतीश कुमार को दोबारा मुख्यमंत्री नहीं बनाएगी।
राजद प्रवक्ता कंचना यादव ने चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद शुक्रवार (14 नवंबर, 2025) को इंस्टाग्राम पर पोस्ट करते हुए लिखा, "जेपी नड्डा ने साफ़ कर दिया है कि नीतीश कुमार मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे। उन्होंने हर बात में यही कहा कि हमने "मोदी के नेतृत्व में" चुनाव लड़ा था। "नीतीश कुमार ने भी अच्छा काम किया है, और उनका शासन भी अच्छा रहा है।" इससे साफ़ है कि नीतीश कुमार मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे। नीतीश कुमार को अब बीते ज़माने की बात बताया जा रहा है।"
"नीतीश कुमार को दरकिनार कर दिया जाएगा"
पहले चरण के मतदान के बाद और दूसरे चरण की तैयारियों के बीच, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में दावा किया कि भाजपा और जदयू का रिश्ता सिर्फ़ सत्ता के लिए है। चुनाव के बाद नीतीश कुमार को "दरकिनार" कर दिया जाएगा।
ये सवाल क्यों उठ रहे हैं?
दरअसल, चुनाव से पहले नीतीश कुमार को औपचारिक रूप से एनडीए का मुख्यमंत्री चेहरा घोषित नहीं किया गया था। बस यही कहा जा रहा था कि हम नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ रहे हैं। सीएम चेहरे के सवाल पर अमित शाह ने एक चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा, "मैं कौन होता हूँ किसी को मुख्यमंत्री बनाने वाला? इतने सारे दलों का गठबंधन है। चुनाव के बाद जब हम मिलेंगे, तो विधायक दल के नेता मिलेंगे और अपना नेता तय करेंगे। अभी हम नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ रहे हैं। नीतीश कुमार चुनाव का नेतृत्व कर रहे हैं।" इसी तरह के बयान दूसरे नेताओं की ओर से भी आ रहे थे।