महोबा में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने सरकार पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने SIR (सामाजिक-आर्थिक और जाति जनगणना) सर्वे से जुड़े दबाव के कारण कथित तौर पर एक शिक्षा मित्र की मौत पर सरकार की आलोचना करते हुए मुआवजे और जांच की मांग की।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय रविवार (7 दिसंबर) को महोबा पहुंचे। वहां उन्होंने SIR अभियान में शामिल मृतक शिक्षा मित्र के परिवार से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान उन्होंने भारत सरकार और भारतीय चुनाव आयोग द्वारा तय समय सीमा के भीतर SIR का काम पूरा करने के बढ़ते दबाव के लिए केंद्र और राज्य सरकारों की कड़ी आलोचना की।
अजय राय रविवार को SIR प्रोजेक्ट पर काम करते हुए आत्महत्या करने वाले शिक्षा मित्र के परिवार से मिलने महोबा गए थे। अजय राय ने कहा कि SIR प्रक्रिया की मनमानी और भारी दबाव के कारण अब तक राज्य में 13 कर्मियों की मौत हो चुकी है, जो बेहद चिंताजनक और दुखद है।
इस त्रासदी के लिए चुनाव आयोग और सरकार जिम्मेदार - अजय राय
अजय राय ने कहा कि इन मौतों के लिए चुनाव आयोग और सरकार सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष के नेता राहुल गांधी को व्लादिमीर पुतिन से मिलने नहीं दिया गया ताकि देश की गिरती अर्थव्यवस्था का खुलासा न हो सके।
परिवार के लिए 1 करोड़ रुपये मुआवजे की मांग
अजय राय ने महोबा के कबरई ब्लॉक के पावा गांव के शिक्षा मित्र शंकर लाल राजपूत की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया, जो SIR के काम में लगे थे। उन्होंने शोक संतप्त परिवार के लिए 1 करोड़ रुपये मुआवजे और सरकारी नौकरी की मांग की।
अजय राय ने कहा कि जिस तरह से सरकारी कर्मचारियों को लगातार दबाव में काम करने के लिए मजबूर किया जा रहा है, वह मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि SIR प्रक्रिया के लिए कम से कम 7 से 8 महीने का समय दिया जाना चाहिए ताकि कर्मियों पर अनावश्यक तनाव और जानलेवा दबाव न पड़े।
सरकार के खिलाफ कई सवाल उठाए
पत्रकारों से बातचीत के दौरान अजय राय ने सरकार के खिलाफ कई अहम सवाल उठाए। उन्होंने रूसी राष्ट्रपति की भारत यात्रा के दौरान विपक्ष के नेता राहुल गांधी को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलने की अनुमति न देने को सरकार की विफलताओं को छिपाने की कोशिश बताया। उन्होंने कहा कि सरकार देश की गिरती अर्थव्यवस्था को छिपाने के लिए ऐसा कर रही है, क्योंकि विपक्ष के नेता राहुल गांधी और व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात से देश की आर्थिक बदहाली का खुलासा हो जाता। इंडिगो मामले पर अजय राय ने क्या कहा:
उन्होंने एविएशन सेक्टर को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि इंडिगो एयरलाइंस को 64 प्रतिशत मोनोपॉली देकर सरकार ने एविएशन इंडस्ट्री को असंतुलित स्थिति में डाल दिया है। इसका खामियाजा आम जनता और यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है।
अजय राय ने आरोप लगाया कि सरकार जनता के हित, कर्मचारियों के कल्याण और मानवीय चिंताओं के प्रति पूरी तरह से उदासीन है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर SIR (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन रिपोर्ट) प्रक्रिया में शामिल कर्मियों की मौतों को गंभीरता से नहीं लिया गया और प्रभावित परिवारों को पर्याप्त मुआवजा नहीं दिया गया, तो कांग्रेस पार्टी को बड़ा विरोध प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।