ग्वालियर शहर में जहां भी 15वे वित्त आयोग से जो भी लाइन डाली जा रही है अथवा कार्य हो रहा है, उसमें गुणवत्ता का पूर्ण ध्यान रखा जाए और सभी कार्य पूर्ण मानक के अनुसार ही हो, यह संबंधित इंजीनियर सुनिश्चित करें। साथ ही सभी अपर आयुक्त अपने अपने विधानसभा क्षेत्र में इन कार्यों का निरीक्षण करें तथा रिपोर्ट दें। उक्ताशय के निर्देश नगर निगम आयुक्त हर्ष सिंह ने पेयजल एवं सीवर की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को दिए। टीएलसी में आयोजित बैठक में अपर आयुक्त आरके श्रीवास्तव, श्री विजय राज, मुनीश सिंह सिकरवार, कार्यपालन यंत्री श्री आरके शुक्ला, श्री संजीव गुप्ता सहित सभी सहायक यंत्री, उपयंत्री एवं अन्य ठेकेदार उपस्थित रहे। बैठक में 15वे वित्त आयोग से किए जा रहे कार्यों को लेकर चर्चा की गई तथा उनके निरीक्षण करने के निर्देश संबंधित विधानसभा के अपर आयुक्तों को दिए। बैठक में निगमायुक्त श्री सिंह ने कहा कि गर्मी के मौसम में नियमित जल प्रदाय को लेकर किसी भी क्षेत्र में किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं आनी चाहीए। जहां तिघरा की लाइन से जल प्रदाय होता है वहां लाइनों की निरंतर मॉनिटरिंग की जाए एवं जहां नलकूप से जल प्रदाय होता है वहां मोटर इत्यादि की समस्या आने पर तत्काल निराकरण किया जाए। सभी नागरिकों को उनकी आवश्यकतानुसार पानी मिले यह संबंधित क्षेत्र के इंजीनियर सुनिश्चित करें। बैठक में निगमायुक्त ने कहा कि पानी का कहीं भी दुरुपयोग न हो तथा जहां भी अवैध कनेक्शन है उन्हें काटे और लीकेज का त्वरित निराकरण करें। निगमायुक्त श्री सिंह ने सीवर लाइन को लेकर चर्चा करते हुए कहा कि सभी सीवर लाइनें साफ हो तथा कहीं भी सीवर चैम्बर चॉक न हो इसका संबंधित इंजीनियर एवं ठेकेदार ध्यान रखे और जहां से शिकायत मिले उसका तत्काल निराकरण करे। बैठक में सडक पर पानी अथवा सीवर के चैम्बर सडक के लेवल में हो इसकी प्रतिदिन जांच करें और रिपोर्ट दें। यदि कहीं भी चैम्बर सडक के लेवल से ऊंचा या नीचा पाया गया तो संबंधित के खिलाफ कार्यवाही होगी। बैठक में पानी की लाइनों के लीकेज ठीक करने व संधारण हेतु ठेकेदार को समय सीमा में कार्य करने के निर्देश दिए तथा प्रत्येक वार्ड में कम से कम दो दो श्रमिक अवश्य हों, यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही बारिश से पूर्व जल भराव की समस्या के निराकरण के लिए सभी मैन ट्रंक लाइनों की सफाई कर ली जाए और जहां भी जलभराव की समस्या स्थित होती है वह स्थान भी चिन्हित कर उसके निराकरण की क्या कार्यवाही की जानी है। इसकी जानकारी आगामी बैठक में लाने के निर्देश दिए।