- ऑनलाइन एडमिशन प्रक्रिया में बड़ा बदलाव - रजिस्ट्रेशन के साथ ही बताना होगा बिजनेस करेंगे या जॉब

भोपाल कॉलेजों में ऑनलाइन एडमिशन के लिए इस बार छात्रों को न केवल पहले से ज्यादा दस्तावेजों की जरूरत पड़ेगी, बल्कि उन्हें यह भी बताना होगा कि करियर को लेकर उनका फ्यूचर प्लान क्या है। छात्र को ऑनलाइन प्रक्रिया के दौरान करियर प्रोस्पेक्टिव का विकल्प मिलेगा। इसमें जानकारी भरना होगी कि भविष्य में वे जॉब का विकल्प चुनेंगे या बिजनेस का।यही नहीं उन्हें यह भी बताना होगा कि अगर वह जॉब का विकल्प चुन रहे हैं तो गवर्नमेंट या प्राइवेट किस सेक्टर में जाना चाहेंगे या फिर स्टार्टअप में रुचि है। इसके अलावा छात्र को एक विकल्प में अपना फील्ड ऑफ इंट्रेस्ट भी बताना होगा। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि छात्र अभी से भविष्य को लेकर प्लानिंग कर सकें और वोकेशनल तथा इलेक्टिव विषय चुनने में संस्थान भी उनकी मदद कर सके। इस बार तीन नए दस्तावेज भी जोड़े गए हैं। इनमें अपार आईडी, एबीसी (अकाउंट बैंक ऑफ क्रेडिट) और मूल निवासी प्रमाण पत्र (पहले ऑप्शनल था) शामिल हैं। खास बात यह है कि इस बार स्टूडेंट्स को मूल निवासी प्रमाण पत्र का नंबर भी बताना होगा। वैसे 12वीं एमपी बोर्ड का रिजल्ट आ चुका है, लेकिन सीबीएसई का रिजल्ट आने वाला है। पहली काउंसलिंग में ही छात्रों को 20 मई तक रजिस्ट्रेशन का समय दिया गया है। फिलहाल दस्तावेज जुटाने के लिए छात्रों के पास पर्याप्त समय है। कॉलेज में छात्र को टीसी को छोड़ कोई भी मूल दस्तावेज जमा नहीं करना है। मूल निवासी के लिए अभी से प्रक्रिया शुरू कर देना चाहिए।विधानसभा बताना होगीखास बात यह है कि इस बार छात्रों को रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया के दौरान एमपी ऑनलाइन के कियोस्क सेंटर पर अपना विधानसभा क्षेत्र भी बताना होगा। भले ही छात्र प्रदेश में किसी भी जिले का हो।छात्रों की परेशानी, इतने दस्तावेज कैसे जुटाएंगे हालांकि इस नई व्यवस्था ने छात्रों की परेशानी बढ़ा दी है। खासकर मूल निवासी प्रमाण पत्र, समग्र आईडी, एबीसी रजिस्ट्रेशन आदि करवाने में खासी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। इस बार अलग-अलग वजह से दस्तावेज जोड़े गए हैं। मूल निवासी प्रमाण पत्र सभी के लिए अनिवार्य किया गया है। इसके अलावा कई सकारात्मक बदलाव भी हुए हैं, जो छात्रों के लिए भविष्य में सकारात्मक साबित होंगे।रजिस्ट्रेशन कराने के बाद लिस्ट जारी होने पर ही कॉलेज जाएं इस बार छात्रों को ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत रजिस्ट्रेशन कराने के बाद तुरंत कॉलेज जाने की जरूरत नहीं है, लिस्ट आने पर ही जाएं। हालांकि जिन कॉलेजों को अल्पसंख्यक दर्जा प्राप्त है, उनमें प्रवेश के लिए छात्र अलग से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन तो करवाएंगे ही, लेकिन अगले दिन या उसके बाद कॉलेज भी जाना होगा, क्योंकि वहां सीधे प्रवेश होगा। हालांकि दोनों कैटेगरी के एडमिशन में दस्तावेज सत्यापन ऑनलाइन ही होगा। जिन आवेदनों में त्रुटि पाई जाएगी, उसमें सुधार के लिए छात्र को मोबाइल पर मैसेज आएगा। उसे किसी भी शासकीय कॉलेज के हेल्प सेंटर पर पहुंचकर यह ठीक करवाना होगा। हेल्प सेंटर शुरू हो चुके हैं।

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