- दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के कुम्हारी-सरोना व बिलासपुर-गतोरा ऑटोमेटिक सिग्निलिंग प्रणाली में परिवर्तित

। सिगनल एवं दूरसंचार के क्षेत्र में मील का पत्‍‍थर ऑटो सिग्नलिंग रेलवे का भविष्य है। यह ज्यादा से ज्यादा ट्रेन चलाने के साथ-साथ प्रमुख जंक्शन स्टेशन के ट्रेफिक को नियंत्रित करने में मदद करता है । पहले जहॅा दो स्टेशनों के बीच एक ही ट्रेन चल सकती थी वहीं ऑटो सिग्नलिंग के द्वारा दो स्टेटशन की बीच दूरी के अनुसार 4, 5 या 6 ट्रेने भी आ सकती है। ऑटो सिग्नलिंग व्यवस्था बिना किसी अतिरिक्त स्टेशनों के निर्माण और रखरखाव के ज्यादा से ज्यादा ट्रेन चलाने की सुविधा प्रदान करती है । वर्तमान में बिना नई लाईन का निर्माण करे सेक्शन की क्षमता बढाने का यह सर्वोत्तम उपाय है। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने अप्रैल महीने मे ऑटो सिग्नलिंग के क्षेत्र मे उच्च मापदंड के हर नवीन सोपान को पूरा करते हुए 14 किलोमीटर आटो सिग्नलिंग के काम को पूरा किया है ।

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