समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने आज शुक्रवार दोपहर को अपने सोशल मीडिया हैंडल पर शुभम जायसवाल का एक वीडियो शेयर किया, जिसमें उन्होंने बुलडोजर का ज़िक्र करते हुए सरकार पर निशाना साधा।
उत्तर प्रदेश के वाराणसी के कुख्यात फरार ड्रग माफिया शुभम जायसवाल का एक नया वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इससे बीजेपी सरकार और पुलिस पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने शुभम जायसवाल का वीडियो शेयर करते हुए पूछा, "अब न्याय का बुलडोजर कहां है?" वीडियो में शुभम खुद को बेगुनाह बता रहा है और सीएम योगी आदित्यनाथ से निष्पक्ष जांच की अपील कर रहा है।
वायरल वीडियो पर पुलिस का जवाब है कि उन्हें फरार शुभम जायसवाल के ठिकाने का पता नहीं है, जिससे कई सवाल उठ रहे हैं। फिलहाल, विपक्ष, खासकर समाजवादी पार्टी, इस पूरे मामले को लेकर योगी सरकार पर निशाना साध रही है।
शुभम जायसवाल का वीडियो बयान
वीडियो में आरोपी शुभम जायसवाल ने कहा, "दोस्तों, देखिए, लोग मेरे बारे में तरह-तरह की बातें कह रहे हैं। मैंने कोई गैर-कानूनी काम नहीं किया है। मुझे फंसाया जा रहा है। माननीय मुख्यमंत्री जी से मेरी गुजारिश है कि चूंकि आप पहले से ही जांच करवा रहे हैं, तो कृपया पूरी जांच करवाएं ताकि मुझे फंसाया न जाए। मुझे हर जगह फंसाया जा रहा है। डिपार्टमेंट बाकी सभी पार्टियों को बचा रहा है, और सिर्फ मुझे फंसाया जा रहा है।"
अखिलेश यादव का सरकार पर तंज
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने शुक्रवार दोपहर को अपने सोशल मीडिया हैंडल पर शुभम जायसवाल का वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, "अब न्याय का बुलडोजर कहां है...?" अखिलेश यादव पहले भी योगी सरकार पर कफ सिरप घोटाले में कई प्रभावशाली लोगों को बचाने का आरोप लगा चुके हैं। शुभम जायसवाल की गिरफ्तारी न होना और वीडियो सामने आने के बाद भी पुलिस की निष्क्रियता पर भी सवाल उठ रहे हैं।
कफ सिरप घोटाला क्या है?
हाल ही में, उत्तर प्रदेश में 2000 करोड़ रुपये के कोडाइन वाले कफ सिरप की अवैध तस्करी का एक रैकेट सामने आया था। STF ने कई लोगों को गिरफ्तार किया और शुभम जायसवाल को इसका मास्टरमाइंड बताया। यह रैकेट, जो पूर्वांचल में वाराणसी-जौनपुर से लेकर बांग्लादेश और नेपाल तक फैला हुआ है, कथित तौर पर सैकड़ों बच्चों की जान ले चुका है। इस सिरप में डाइएथिलीन ग्लाइकोल है, जिससे किडनी फेल होने का खतरा है। इस मामले में अमित सिंह तामता को गिरफ्तार किया गया है। धनंजय सिंह और सुशील सिंह जैसे ताकतवर लोगों के शामिल होने या बचाने के भी आरोप हैं। STF ने अब तक 100 करोड़ रुपये के सिरप ज़ब्त किए हैं, और ED ने अब इसमें शामिल फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन की जांच शुरू कर दी है।