भोपाल । राजधानी में पिछले 15-20 दिन में आलू, प्याज और टमाटर की कीमतों में काफी तेजी आई है। पालक और कुछ हरी सब्जियों को छोड़ बाकी के दाम भी 60 रुपए किलो तक हैं। इससे रसोई का बजट बढ़ गया है। आलू फुटकर में 40 रुपए, अच्छी क्वालिटी की प्याज 50 रुपए जबकि टमाटर 80 रुपए किलो तक बिक रहे हैं।
थोक व्यापारियों के मुताबिक अगले 3 महीने आलू और प्याज के दाम कम नहीं होंगे, बल्कि सितंबर-अक्टूबर में इनके दाम और बढ़ सकते हैं। स्थानीय बाजारों में आलू दिल्ली, यूपी, महाराष्ट्र के कोल्ड स्टोरेज से पहुंच रहा है। पिछले 10 दिन में आलू की आवक भी घटकर एक चौथाई रह गई है। बिट्टन मार्केट समेत अन्य फुटकर बाजारों में टमाटर 80, प्याज 50, हरा धनिया 200, हरी मिर्च 100-120 प्रति किलो तक बिक रही है।
बिट्टन मार्केट और भदभदा मंडी के थोक व्यापारी हरिओम खटीक के मुताबिक शहर की मंडियों में पहले 30-35 ट्रक आलू आ रहा था, अब आवक 10-12 ट्रक ही है। करोंद मंडी के थोक व्यापारी राकेश कुमार बताते हैं कि पहले मंडियों में 30-40 ट्रक प्याज आ रही थी, अब 8-10 ट्रक ही आ रही है। एक ट्रक में 28 टन माल रहता है। हॉर्टिकल्चर, एग्रीकल्चर एक्सपर्ट एवं साइंटिस्ट डॉ. आरके जायसवाल ने बताया कि ग्वालियर क्षेत्र में पैदा होने वाला आलू इटावा, इंदौर व आसपास पैदा होने वाला आलू मप्र समेत महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के कोल्ड स्टोरेज पहुंचता है। मप्र ट्रक ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन अध्यक्ष जसवीर सिंह बताते हैं कि भाड़ा, हम्माली, अन्य खर्च मिलाकर प्रति किलो 7 रुपए तक अंतर आ जाता है।
हॉर्टिकल्चर साइंटिस्ट डॉ. प्रवीण बरडे के मुताबिक पिछले साल आलू कम हुआ था। बड़े व्यापारियों ने आलू स्टोर कर लिया था। अब वही आलू ही बाजारों में पहुंच रहा है। अप्रैल में हुई बारिश से प्याज की फसल प्रभावित हुई है। राजधानी में नर्मदापुरम के गावों सहित सीहोर के झगरिया, रामाखेड़ी, रलावती, बिलकिसगंज, बैरसिया और भोपाल के जगदीशपुर से मैथी, पालक, चौलाई भाजी सहित अन्य थोड़ी बहुत सब्जियां मंडियों में आ रही हैं।