खबर फिर बदल गई है। कयास लगाए जा रहे हैं कि ईरान गुरुवार तक हमला कर सकता है। इसके चलते इजराइल ने अलर्ट जारी कर नागरिकों से सतर्क रहने और अनावश्यक यात्राएं न करने को कहा है। शुरुआत में खबरें आ रही थीं कि ईरान की तरफ से भीषण हमला हो सकता है। अब फिर ऐसी चर्चाएं जोरों पर हैं।
इजराइल ने हाल ही में ईरान की राजधानी तेहरान में घुसकर हमास के राजनीतिक प्रमुख इस्माइल हनीयाह को मार गिराया था। इसके अलावा बेरूत में हिजबुल्लाह के शीर्ष सैन्य कमांडर फुआद शुकर की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद से ही आशंका जताई जा रही थी कि ईरान की तरफ से जवाबी कार्रवाई हो सकती है।
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इस पर अमेरिका समेत दुनिया के कई देशों ने ईरान को अलर्ट किया और कहा कि वह ऐसा करने से बचे वरना मध्य पूर्व में तनाव फैल जाएगा। ऐसे में माना जा रहा था कि ईरान शायद अब खुद हमला नहीं करेगा और वह अपने समर्थक उग्रवादी संगठन हिजबुल्लाह से यह कार्रवाई करवा सकता है। इस बीच खबर फिर बदल गई है।
कयास लगाए जा रहे हैं कि ईरान गुरुवार तक हमला कर सकता है। इसके चलते इजराइल ने अलर्ट जारी कर नागरिकों से सतर्क रहने और गैर-जरूरी यात्राएं न करने को कहा है। शुरुआत में खबरें आई थीं कि ईरान की तरफ से भीषण हमला हो सकता है। अब फिर से ऐसी चर्चाएं जोरों पर हैं। कुछ दिन पहले खबरें आई थीं कि इजराइल अब बदला लेने की जिम्मेदारी हिजबुल्लाह को सौंप सकता है।
आपको बता दें कि हिजबुल्लाह ने इजराइल के कब्जे वाले गोलान हाइट्स पर हमला किया था, जिसमें 12 यहूदी बच्चों की मौत हो गई थी। इसके बाद जवाबी कार्रवाई में इजराइल ने सैन्य प्रमुख को मार गिराया था। अब एक्सियोस न्यूज साइट ने दावा किया है कि इजराइल को लगता है कि ईरान हमला कर सकता है।
यह हमला अगले कुछ दिनों में हो सकता है और यह हमला गुरुवार तक ही अंजाम दिया जा सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक इस मुद्दे पर खुद ईरान में दो राय हैं। राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन को लगता है कि कड़ी प्रतिक्रिया से बचना चाहिए। वहीं ईरानी सेना का मानना है कि 13-14 अप्रैल जैसा भीषण हमला किया जाना चाहिए। तब ईरान की तरफ से सैकड़ों ड्रोन और मिसाइलें दागी गई थीं। वह पहला मौका था जब ईरान ने इस तरह से इजराइल पर सीधा हमला किया था। अब फिर से उसी तरह से हमला करने की कोशिश हो रही है।
ईरान के संभावित हमले को देखते हुए अमेरिका भी अलर्ट पर है। उसने हथियारों की खेप भेजने का फैसला किया है। उसने मध्य पूर्व में मिसाइल पनडुब्बी उतारने का फैसला किया है। इसके अलावा कुछ अन्य बड़े हथियार भी तैनात किए जा सकते हैं। इतना ही नहीं अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने अब्राहम लिंकन स्ट्राइक ग्रुप से इलाके में हथियारों की तैनाती तेज करने को भी कहा है।