- धरातल पर काम नहीं, फिर भी चला दिये फर्जी मस्टर

धरातल पर काम नहीं, फिर भी चला दिये फर्जी मस्टर

सचिव बोला क्या आपको मेरी ही पंचायत मिली थी और भी पंचायतों में चल रहा घोटाला
-खबर छपने के बाद मजदूर बोला सरपंच ने मुझे पैसे दे दिये हैं, आप मेरा वीड़ियो हटा दो, सरपंच का बार-बार फोन आ रहा है
-शशिकांत गोयल/बेजोड रत्न/भिंड

भिण्ड। गोहद क्षेत्र की ग्राम पंचायत रसनौल में धरातल पर बिना काम कराये मनरेगा में सरपंच, सचिव जमुना, जीआर सहित इंजीनियर की मिली भगत से फर्जीबाड़ा, घोटला व भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जा रहा था और शासन-प्रशासन को गुमराह कर फर्जी मस्टर रोल डालकर भुगतान कराकर राशि को बंदरबांट करने में लगे हुए थे, जिससे शासन को चपत लग रही थी, जिसकी परतें जब रिपोर्टर ने बेजोड़ रत्न के माध्यम से खोली तो पंचायत सचिव जमुना बौखला उठा और रिपोर्टर को फोन लगाकर बोलने लगा कि क्या आपको मेरी ही पंचायत मिल रही है गोहद में बहुत पंचायत हैं 
जहां आपको दिखाई नहीं दे रहा है, क्या एक पत्रकार का यही धर्म होता है और कल मेरी पंचायत में आ जाना हम भी देख लें कौन मजदूर बोल रहा है। क्या जिन मजदूरों के नाम से मस्टर डाले जा रहे हैं उन्हें धमकाया जायेगा। खुलेआम पंचायत में एक सरकारी कर्मचारी असल मजदूरों को रोजगार दिलाने की बजह उन्हें धमकाने पर उतारु हो गया है, जिस तरह से रिपोर्टर से बात कर रहा है उससे साफ लगता है कि भ्रष्टाचार अंकुश लगाने की बजह इस सचिव की मिली भगत से धरातल पर योजना नहीं उतर रही है। इस पंचायत में पदस्थ सचिव की नियत साफ नहीं है वह खुद चाहता था कि मैं इसी तरह से पंचायत में सरकारी कामों में हेराफेरी कर अपनी जेब भरता रहूं, और किसी तरह अफसरों को कानों कान खबर नहीं लगे। 
ग्राम पंचायत रसनौल में धरातल पर जब विगत दिनों बेजोड़ रत्न की टीम पहुंची तो संबंधित मस्टर मजदूरों से चर्चा की गई तो कैमरे के सामने उन्होंने साफ-साफ बताया कि मुझे पंचायत में आज तक किसी तरह का काम नहीं मिला। इसी दौरान एक चन्द्रमोहन नामक व्यक्ति बोलने लगा हमने भी सरपंच के यहां मजदूरी की थी लेकिन 6 से 7 माह हो चुके हैं भुगतान नहीं किया गया। जिसके अगले दिन रिपोर्टर ने इस मुद्दे को उठाया तो, सरपंच ने तुरंत उसका भुगतान कर दिया और चन्द्रमोहन के पास फोन लगाकर बोला आप अपना वीड़िया डिलीट करवा दों तो बेजोड़ रत्न के रिपोर्टर को चन्द्रमोहन ने फोन लगाकर बोला मेरा भुगतान हो गया है अब वीड़िया हटा दो, सरपंच साहब बोल रहे हैं और बोला अच्छा नहीं लगता सरपंच का बार-बार फोन आ रहा है। पहले तो मजदूरों की सुनवाई नहीं हो रही थी जब पंचायत में हो रहे घोटाले को बेजोड़ रत्न ने खोला तो मजदूरों पर दबाव बनना शुरु हो गया है। 
इस कार्य पर डाले गये थे फर्जी मस्टर
ग्राम पंचायत रसनौल में सरपंच, सचिव व जीआरएस व इंजीनियर की मिली भगत से रविवार, सोमवार को ''सिद्ध बाबा से शांतिधाम की ओआरजीपी बाढ़ नियंत्रण चैनल निर्माण कार्य धरातल पर नहीं कागजों में दिखाया गया था और इसी काम पर 53 मजदूर मजदूरों के नाम से फर्जी हाजिरी बताई।
इनके नाम से भरे गये फर्जी मस्टर रोल
ग्राम पंचायत रसनौल में सरपंच के ईशारों पर सचिव जमुना, जीआरएस, इंजीनियर की मिली भगत से रविवार, सोमवार को ''मुन्नी देवी, हेमंत, वर्षा, मचलसिंह, गोविन्द, पुरुषोत्तम, मुकेश, रणवीर, रमेश जाटव, दिव्या राजौरिया, सावित्री, शुभम, बब्बेटा, सीमा, गंगा, आरती, दीपा, लज्जाराम, राहुल, सुभाष, संदीप गिरी, नरेन्द्रसिंह, कमलाबती, रंजीत, संगीता, अर्जुन, देवेन्द्र, नरेन्द्र, मीरा, संतोष, भारती, मथुराप्रसाद, सीमा, सरजू, मुन्नी, लंबा श्री, गीता देवी, सतीश, कल्पना, सरिता, अखिलेश राजौरिया, राजकुमारी, गौरव, नारायणसिंह, धर्मेन्द्र, सुमन, सपना, उमादेवी, शारदा देवी, आशना, ओमप्रकाश, बैजनाथ आदि लोगों को पंचायत में मजदूर बनाकर शासन प्रशासन को गुमराह किया गया है।
अफसरों ने मामले को लिया संज्ञान में
पंचायत में चल रहे फर्जीवाड़े को अफसरों ने संज्ञान में ले लिया है और जल्द ही फर्जीवाड़ा करने वालों पर गाज गिरेगी, इस तरह का आश्वासन जनपद पंचायत सीईओ, मनरेगा अधिकारी ने दिया है और सोमवार तक पंचायत में टीम जांच करने के लिए पहुंचेगी, जिसके बाद कार्यवाही को अंजाम दिया जायेगा।

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