- महात्मा गांधी का देश के प्रति प्रेम, सद्भाव, सत्य और अहिसा का रास्ता था: दिग्विजयसिंह
भोपाल। राजधानी भोपाल में ऑल इंडिया प्रोफेशनल कांग्रेस के तत्वाधान में संविधान की रक्षा पर आधारित विषय पर प्रबुद्धजनों की संगोष्ठी का आयोजन हुआ। आयोजन में राज्यसभा सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद थे। वहीं पूर्व मंत्री पी.सी. शर्मा, वरिष्ठ अधिवक्ता अजय बागडिया, धर्मेन्द्र शर्मा, शेखर शर्मा प्रमुख रूप से उपस्थित थे। दिग्विजयसिंह ने संगोष्ठी संवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मौजूदा सरकार की जो मानसिकता है, वही मानसिकता जर्मनी के लीडर की रही है। हमारे संविधान में भारत और इंडिया एक ही है, आडवाणी जी ने कहा था कि मोदी सबसे अच्छा इवेंट करते हैं। कोई भी कार्यक्रम को बहुत अच्छा इवेंट बना लेते हैं।
श्री सिंह ने कहा कि महात्मा गांधी का रास्ता धार्मिकता, प्रेम सद्भाव सत्य अहिंसा का रास्ता था, लेकिन नाथूराम गोडसे, मोहम्मद अली जिन्ना और आज के ओवैसी जैसे लोग धर्मान्धता का रास्ता अपनाते हैं। आज देश में महंगाई बढ़ती जा रही है, बेरोजगारी बढ़ती जा रही है, लेकिन देश और प्रदेश की वर्तमान सरकार इस पर चुप्पी साधे हुए है, कुछ सालों में हम सरकार के रवैये को देख है, जो कि बेहद चिंताजनक है। इस विषय पर हर समूह में जाकर चर्चा करने की आवश्यकता है।
श्री सिंह ने कहा कि अभी तक राजनीतिक दलों में विशेष कर कांग्रेस पार्टी में जो मिडिल क्लास प्रोफेशनल्स है, उनके लिए कोई स्थान नहीं था। इसलिए राहुल गांधी जी ने ऑल इंडिया प्रोफेशनल कांग्रेस का गठन किया और शशि थरूर को उसका अध्यक्ष बनाया गया है। उन्होंने इसका स्वरूप इतना आसान कर दिया है कि ये जो ट्रोल कि आप बात कर रहे हैं, व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी जिसे कहते हैं। ये सब कुछ फेक न्यूज के माध्यम से किया जा रहा है। यह एक रणनीति के तहत होता है। फेक अकाउंट के माध्यम से हमारे लीडर को टारगेट करते हैं। बुरी-बुरी गालियां देते हैं। इन मामलों में जब कोई व्यक्ति सेंसिटिव होता है तो घर वाले कहते हैं आपको क्या लगता है आप छोड़ो यह एक रणनीति है।
श्री सिंह ने कहा कि धर्म का उपयोग राजनीति में न हो। सनातन धर्म या हिंदू धर्म यह सबसे पुराना धर्म है। आज हमें यह बात समझना चाहिए कि धर्म को अपनाकर हमें क्या सीख मिलती है। हर धर्म इंसानियत का संदेश देता है। जहां तक धर्म का उपयोग राजनीति में है तो मैं उसके पक्ष में नहीं हूं। न ही हमारी पार्टी उसके पक्ष में है। क्योंकि भारतीय संविधान ने हमको अधिकार दिया है कि हम हमारे आस्था के धर्म का पालन करें और उसमें कोई हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए। अभी के हालात आप भी देख रहे हैं, हमारे नव युवकों को, बेरोजगारों को इसी काम में लगाया गया है।श्री सिंह ने कहा कि आज कावड़ यात्रा होती है। धार्मिक यात्रा होती है। चुनरी यात्रा होती है। लेकिन इन यात्राओं में भारतीय जनता पार्टी के जो बड़े नेता हैं उनके बच्चे नहीं जाते हैं। न ही इनके बच्चे सरस्वती शिशु मंदिर में पढ़ने जाते हैं। इनके बच्चे इंग्लिश मीडियम स्कूल में या फिर विदेश में पढ़ने जाते हैं।
दिग्विजय सिंह ने भ्रष्टाचार पर सवाल उठाते हुए कहा कि करप्शन ऊपर से नीचे की तरफ होता है। नरेंद्र मोदी ने कहा था-न खाऊंगा न खाने दूंगा। अन्ना हजारे के नेतृत्व में लोकपाल के लिए कितना आंदोलन चला। मैं कह सकता हूं कि लोकायुक्त कितना भी ईमानदार हो जाए। लेकिन नीचे का अमला यदि ईमानदार नहीं है, तो लोकायुक्त सही ढंग से काम नहीं कर सकते हैं। क्योंकि वह हर जगह जांच करने नहीं जा सकते हैं।दिग्विजय सिंह ने कहा चुनी हुई सरकार गिराई जा रही है। चुनाव के माध्यम से हर व्यक्ति को अपनी जिंदगी जीने का अधिकार है। लेकिन चुनी हुई सरकारों को गिराने की प्रक्रिया बीजेपी ने शुरू कर दी है। चुनी हुई सरकार मप्र में आई तो बोली लग गई और सरकार गिर गई। ये कोई अकेले मध्य प्रदेश में नहीं हुआ। कर्नाटक, असम, महाराष्ट्र, सभी जगह हुआ। लोकतंत्र जो कि जनता के हाथ में सरकार चुनने का अधिकार था। वह छीनकर उनके पास जा रहा है जिनके पास पैसा है।
ये भी जानिए..................
श्री सिंह ने कहा कि नियम और नीति बनाने का अधिकार हम लोगों का है। लेकिन नियम और नीति का पालन कराने का काम ब्यूरोक्रेसी का है। इसके लिए हमें उनको उन्हें पूरी जवाबदारी देनी चाहिए। मेरे कार्यकाल में कभी कलेक्टर एसपी की पोस्टिंग में पैसा नहीं दिया गया। आजकल सुनने में आता है कि, हर जिले के रेट लगे हुए हैं।
पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि जी-20 मनमोहन सिंह जी की सरकार के समय में भी हुआ था। उन्होंने इवेंट पर ध्यान न देकर बिंदुओं पर ध्यान दिया। लेकिन मोदी सरकार ने जी-20 को इवेंट बना दिया, मोदी जी-20 की बात करते हैं, वन नेशन, वन इलेक्शन की बात करते हैं, लेकिन वे महंगाई की बात नहीं करते हैं। इन सभी बातों को हमें समझने की जरूरत है। आरएसएस के लोग आपके घर पर चाय पीने आते हैं और आपके दिमाग में जहर डाल कर चले जाते हैं। अलग-अलग तरीके से अलग-अलग लोगों को भड़काया जाता है। लेकिन हम लोग गांधी की सोच पर चलने वाले लोग हैं। संगोष्ठी कार्यक्रम में प्रोफेशनल कांग्रेस के पदाधिकारी, प्रबुद्वजन और कांग्रेसनेता बड़ी संख्या में उपस्थित थे।