इन्दौर /तीर्थ स्थल को लेकर आमने सामने आ गए दो समाजों का विवाद अब सड़क पर धरना प्रदर्शन आंदोलन का रूप अख्तियार करने जा रहा है। मामला इन्दौर के गोम्मटगिरि तीर्थ स्थल पर अतिक्रमण और बाउण्ड्रीवॉल बनाने का है, जिसके विवाद में जैन और गुर्जर समाज आमने-सामने हों गए हैं।जैन समाज का कहना है
कि गोम्मटगिरि तीर्थ क्षेत्र पर अतिक्रमण किया गया है सूचना के बाद भी शासन-प्रशासन इस मामले में असहयोग कर रहा है, जिसके चलते अब जन आंदोलन किया जायेगा वहीं बाउण्ड्रीवॉल बनाने से रोका गया तो समाज के लोग भोपाल जाकर विरोध प्रकट करेंगे। जैन फोरम के संस्थापक अशोक मेहता ने कहा कि शासन-प्रशासन का धर्म एवं कर्तव्य होना चाहिए कि सभी धर्म एवं समुदाय की रक्षा करें उनके द्वारा इस असहयोग और दादागीरी को देखते हुए समस्त जैन समाज जो कि अहिंसा प्रेमी हैं। सुचारू आंदोलन चलाएगा और आम जनता तक अपनी बात पहुंचाने का प्रयास करेगा। इस अवसर पर प्रवीण खारीवाल ने कहा कि हमें जनता तक अपनी बात पहुंचाने के लिए सोशल साइट्स पर अभियान चलाना चाहिए।
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आजकल सोशल साइट्स के माध्यम से अपनी बात पहुंचाना ज्यादा आसान और सुगम है। राकेश जैन पार्षद ने कहा कि हम अहिंसा प्रेमी जरूर हैं पर इसका मतलब यह नहीं कि हम अपनी रक्षा नहीं कर सकते हैं। उच्च न्यायालय ने प्रशासन को गोम्मटगिरि ट्रस्ट के पक्ष में जो आदेश दिए हैं, उनका पालन करना चाहिए। समाज को आंदोलन करने के लिए प्रेरित नहीं करना चाहिए। तीर्थ रक्षा समिति के प्रमुख नकुल पाटोदी ने कहा कि यदि हमारी बाउंड्रीवॉल नहीं बनने दी जाएगी तो हम 108 बस लेकर भोपाल अपना विरोध प्रकट करने जाएंगे। इस अवसर पर डीके जैन, कमल रावका, सुरेंद्र बाकलीवाल, प्रदीप बडज़ात्या, पूर्व डीएसपी डीके जैन, संजय बाकलीवाल, जैनेश झांझरी, रूपेंद्र जैन, होलास सोनी, पूर्व पार्षद पवन जैन, राजेन्द्र महाजन, प्रदीप गंगवाल, अधिवक्ता पारस जैन, वीरेंद्र बडज़ात्या, दीपक पाटनी, पवन पटौदी, मनीष अजमेरा आदि ने भी अपने विचार रखे।