-
नवरात्रि के चतुर्थ दिवस मां कूष्माण्डा की हुई पूजा
-देर रात तक मंदिरों में हो रहे माता के भजन, रतजगा
भिण्ड। नवरात्रि के द्वितीय दिवस मां कूष्माण्डा की पूजा अर्चना की गई। श्रद्धालुओं ने भक्तिभाव के साथ मंदिरों में पहुंचकर माता का श्रंगार किया और चुनरी उड़ाई। पूजा अर्चना के बाद प्रसाद वितरण किया गया। मंदिरों में कन्याभोज का आयोजन भी किया जा रहा है। जो कन्याऐं उपवास कर रही हैं उनके लिए अलग से फलाहार की व्यवस्था भी की जा रही है।
ज्ञात हो कि रविवार से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हुई और चौथे दिन बुधवार को मां कूष्माण्डा की पूजा करने के लिए सुबह से मंदिरों में भक्तजनों का पहुंचने का क्रम शुरु हो गया था। शारदीय नवरात्रि में माता की पूजा करने का विशेष फल मिलता है इसलिए श्रद्धालुओं के द्वारा अपनी मनोकामना इच्छापूर्ति के लिए पूरी श्रद्धा के साथ माता रानी के आगे ढ़ोग लगाई जा रही है। कुछ लोगों का कहना है कि इन दिनों रात के समय माता का हवन करने का भी विशेष लाभ मिलता है। सोमवार सुबह भक्तजन ज्वाला देवी मंदिर, बड़ी माता मंदिर, कुंडेश्वर मंदिर, संतोषी माता मंदिर, पावई माता मंदिर, चरथर माता मंदिर, रेहकुला माता मंदिर पर पहुंचे। इसके साथ ही जिन स्थानों पर माता के दरबार लगाए गए हैं वहां पर भी बड़ी संख्या में सामूहिक धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। माता के दरबार में प्रतिदिन अलग-अलग श्रद्धालुओं के द्वारा श्रंगार कराया जा रहा है। जिससे प्रतिदिन माता की प्रतिमाओं में निखार देखने को मिल रहा है। मंदिरों में शाम होते ही माता के भजन और जयकारों की आवाज सुनाई देने लगती है। इसके साथ ही शहर के गढ़ैया माता मंदिर के पास श्रीमद्भाग्वत कथा का आयोजन भी रविवार से आरंभ हो गया है। महिलाओं के द्वारा सुबह जहां घर तथा मंदिर में पूजा की जा रही है। कथा स्थल पर प्रतिदिन स्वरूपों के द्वारा धार्मिक झांकी भी लगाई जा रही है। वहीं श्रीमद्भाग्वत कथा का श्रवण करने के लिए भी बड़ी संख्या में पहुंच रही हैं।
Comments About This News :
Submit A Comment
Subscription Successfully......!
Error Please Try Again & Check Your Connection......!