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कमलनाथ को लेकर बदले अखिलेश के सुर,उन्हें बहुत पहले से जानते हैं
लखनऊ । इंडिया गठबंधन के दो बड़े दलों के बीच बयानबाजी इन दिनों चर्चा का विषय है। दरअसल मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम और पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ से कार्यक्रम के दौरान जब यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव को लेकर पूछा गया तब उन्होंने कह दिया, छोड़ो भई अखिलेश-वखिलेश। इस लेकर अब अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया आई है। अखिलेश ने कमलनाथ के बयान पर कहा कि हम उन उलझनों में नहीं फंसना चाहते हैं। कमलनाथ से हमारे संबंध बहुत अच्छे हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि अगर उन्हें पता होता कि विपक्ष का गठबंधन विधानसभा स्तर के चुनाव के लिए नहीं है, तब उनकी पार्टी मध्य प्रदेश में गठबंधन के लिए बातचीत ही नहीं करती।
उन्होंने कहा कि अगर सिर्फ लोकसभा चुनाव के लिए तालमेल की बात होगी तब उस पर ही विचार होगा। पूर्व सीएम ने कहा कि जैसा व्यवहार समाजवादी पार्टी के साथ होगा, वैसा ही व्यवहार उन्हें यूपी में देखने को मिलेगा। सपा अध्यक्ष ने बिना किसी का नाम लिए हुए कहा, मैं कांग्रेस के बड़े नेताओं से अपील करूंगा कि अपने छोटे नेताओं से इस तरह के बयान न दिलवाएं। इसके पहले कमलनाथ के बयान पर अखिलेश ने कहा था कि जब कांग्रेस को एमपी में सरकार बनानी थी, तब सुबह से लेकर शाम तक वह हमारे विधायक ढूंढ रहे थे।
सपा अध्यक्ष ने कहा, मुझे यह समझ नहीं आ रहा कि आखिरकार कांग्रेस को दूसरे दलों को साथ लेने में क्या परेशानी है? किसी दल में ताकत या हैसियत है, तब उस साथ लेना चाहिए। मुझे वहां दिन आज भी याद है जब कांग्रेस को अपनी सरकार बनानी थी, तब मध्यप्रदेश में सुबह से लेकर शाम तक वह हमारे विधायक को ढूंढ रहे थे। अखिलेश ने कहा, इंडिया गठबंधन के भरोसे में मध्यप्रदेश में अपने नेताओं को निराश नहीं कर सकता। सपा अब भाजपा को हराने के लिए तैयार है। निर्णय कांग्रेस को लेना है। यूपी के हरदोई में सपा नेता और चाचा शिवपाल ने कहा, कांग्रेस के जो बड़े नेता हैं, उन्हें मिलकर चलना पड़ेगा। समाजवादी पार्टी को भी मिलना पड़ेगा। बिना समाजवादी पार्टी के कांग्रेस उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को हटा नहीं सकती है। वहीं, अजय राय के बयान पर शिवपाल ने कहा, देखिए कांग्रेस को इन छोटे नेताओं पर रोक लगानी चाहिए।
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