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महुआ ने स्वीकारा, हीरानंदानी को दिया था लोकसभा आईडी का लॉगइन-पासवर्ड
नई दिल्ली। टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने यह स्वीकारा है कि उन्होंने हीरानंदानी को लोकसभा का लॉगइन-पासवर्ड दिया था। बता दें कि उनका यह बयान दर्शन हीरानंदानी के उन आरोपों के बाद आया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि मोइत्रा उन्हें लोकसभा का अपना लॉगइन आईडी और पासवर्ड देती थीं ताकि वह महुआ की तरफ से सवाल कर सकें। कैश फॉर क्वेरी विवाद के तूल पकड़ने के बाद तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा ने स्वीकार किया कि उन्होंने कारोबारी दर्शन हीरानंदानी को लोकसभा वेबसाइट का अपना लॉगइन आईडी और पासवर्ड शेयर किया था। ताकि वह उनकी तरफ से सवाल कर सकें। महुआ ने एक बातचीत के दौरान कहा कि दर्शन हीरानंदानी के ऑफिस के किसी शख्स ने इन सवालों को टाइप किया था जो मैंने लोकसभा की वेबसाइट पर दिया था। इन सवालों को पूछने के बाद वे मुझे सूचित करते थे
और मैं इन सवालों को एक बार में पढ़ लेती थी क्योंकि मैं हमेशा अपने निर्वाचन क्षेत्र में व्यस्त रहती हूं। इन सवालों को टाइप करने के बाद मेरे मोबाइल पर एक ओटीपी आता था। मैं यह ओटीपी उन्हें देती थी, इसके बाद ही सवाल सबमिट होता था। इसलिए यह कहना कि दर्शन मेरी आईडी से लॉगइन करता था और खुद से सवाल टाइप करता था, ये हास्यास्पद है।यहां गौरतलब है कि महुआ मोइत्रा का यह बयान दर्शन हीरानंदानी के उन आरोपों के बाद आया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि मोइत्रा उन्हें लोकसभा का अपना लॉगइन आईडी और पासवर्ड देती थी ताकि वह महुआ की तरफ से सवाल कर सकें। बीजेपी नेता निशिकांत दुबे के आरोपों पर जवाब देते हुए मोइत्रा ने कहा कि अब जबकि कैश फॉर क्वेरी का मामला औंधे मुंह गिर गया है तो इसे राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला बताया जा रहा है।
दुबे प्रेस के पास जाकर कहते हैं कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा है। बीजेपी दावा करती है कि मैंने लोकसभा का आपना लॉगइन आईडी किसी विदेशी संस्था को दिया। दर्शन मेरा दोस्त है और उसके पास भारतीय पासपोर्ट है। बीजेपी का यह भी कहना है कि दर्शन ने दुबई से लॉगइन किया था। मैंने खुद स्विट्जरलैंड से लॉगइन किया है। अगर एनआईसी के सवाल और जवाब इतने सुरक्षित हैं तो आप आईपी एड्रेसेज पर प्रतिबंध क्यों नहीं लगाते।
बता दें कि कैश फॉर क्वेरी मामले में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा को संसद को संसद की एथिक्स कमेटी ने 31 अक्टूबर को पेश होने के लिए समन भेजा है। एथिक्स कमेटी के अध्यक्ष विनोद सोनकर ने बताया कि समिति ने बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे और वकील जय अनंत देहाद्रई को पूछताछ के लिए बुलाया था।
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