पूर्व मंत्री-पूर्व विधायकों ने सपा, आप और बसपा या फिर निर्दलीय नामांकन भर उड़ाई नींद
भोपाल । मध्यप्रदेश में 17 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में नाराजों एवं बागियों के नामांकन भरने से भाजपा और कांग्रेस दोनों की नींद उड़ी हुई है। टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर दोनों ही पार्टियों के तमाम पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक और प्रभावी नेताओं ने सपा, आप, बसपा या फिर बतौर निर्दलीय उम्मीदवार नामांकन दाखिल किए हैं। ऐसे में दोनों दलों को इस बात का डर सता रहा है कि कहीं बागी नेता विधानसभा चुनाव में खेल न बिगाड़ देें। हम बता दें कि नामांकन पत्रों की जांच-पड़ताल के बाद भाजपा-कांग्रेस के 75 से ज्यादा बागी अभी मैदान में डटे हुए हैं।
चुनाव आयोग ने नामांकन वापसी के लिए आज और कल का दिन तय किया है। भाजपा-कांग्रेस के पास बागियों और नाराज उम्मीदवारों की मान-मनौव्वल के लिए सिर्फ दो दिन का समय बचा है। ऐसे में दोनों ही पार्टियां और उनके जिम्मेदार नेता बागी उम्मीदवारों को मनाकर फिर से अपने पाले में लाने की कोशिश में हैं।
भाजपा के बागी मैदान में
-बुरहानपुर में भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नंद कुमार सिंह चौहान के पुत्र हर्ष चौहान निर्दलीय मैदान में।
-मुरैना सेे पूर्व मंत्री रुस्तम सिंह के पुत्र राकेश सिंह ने बसपा से नामांकन भरा।
-बड़वारा से भाजपा के दिग्गज नेता एवं पूर्व मंत्री मोतीलाल कश्यप ने नामांकन भरा।
-जबलपुर उत्तर मध्य से नगर निगम नेता प्रतिपक्ष कमलेश अग्रवाल।
-श्योपुर से भाजपा जिला उपाध्यक्ष बिहारी सिंह सोलंकी बसपा से नामांकन भरा।
-रीवा के मनगवां से भाजपा विधायक पंचूलाल प्रजापति की पत्नी पूर्व विधायक पन्ना बाई मैदान में उतरी।
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कांग्रेस के बागी मैदान में
-भोपाल उत्तर विधानसभा से पूर्व मंत्री मौजूदा विधायक आरिफ अकील के भाई आमिर अकील एवं कांग्रेस ने नामांकन भरा।
-भोपाल हुजूर विधानसभा से पूर्व विधायक जितेंद्र डागा ने निर्दलीय नामांकन भरा।
-सीहोरा विधानसभा से पूर्व मंत्री कौशल्या गोटिया ने निर्दलीय नामांकन भरा।
-हटा से कांग्रेस के भगवानदास चौधरी ने निर्दलीय फॉर्म भरा है।
-पोहरी से कांग्रेस के प्रद्युम्न वर्मा बसपा से और सिद्धार्थ तिवारी मनगवां से भाजपा से।
-सुमावली से कुलदीप सिकरवार बसपा के उम्मीदवार के रूप में नामांकन भरा।