वाशिंगटन,। बैटरियों वाले वाहनों को प्रोत्साहन देने का काम इन दिनों वैश्विक स्तर पर जारी है, लेकिन दूसरी तरफ बैटरी डीजल और पेट्रोल से ज्यादा मंहगी होने की वजह से इसे आगे बढ़ाने में परेशानी भी हो रही है। इसी दिशा में अब कहा जा रहा है कि समुद्र के नमक से बैटरियां बनाई जाएंगी। इन बैटरियों का वजन अधिक होगा ऐसे में इन बैटरियों का प्रयोग कार और मोबाईल में नहीं किया जा सकेगा।
फिलहाल बैटरियां बनाने में लिथियम का इस्तेमाल किया जाता है। इससे हल्की बैटरियां बनाई जाती हैं। अब चूंकि लिथियम धरती में सीमित मात्रा में ही उपलब्ध है,
अत: समुद्र के नमक से सोडियम बैटरियां बनाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। इन बैटरियों का वजन लिथियम बैटरियों की तुलना में अधिक होता है, अत: इनका उपयोग सीमित वाहनों या अन्य उपकरणों में ही किया जा सकेगा। समुद्री नमक से बैटरी बनाने का विचार नया होने के कारण इंजीनियर इस पर लगातार कार्य कर रहे हैं। इसके वजन से लेकर डिजाइन पर लगातार कार्य किया जा रहा है। सोडियम बैटरियां बनाने पर चीन साल 2021 से कार्य कर रहा है। इसे बनाने के लिए चीन ऐसे पांच तत्वों पर शोध कार्य कर रहा है, जिससे बैटरी बनाने में सफलता हासिल हो सके। चीन ने इसके लिए पांच साल निर्धारित कर रखे हैं, जिसमें वह सोडियम बैटरी बनाने में सफलता अर्जित करने की बात कह रहा है।