इसके बाद उन्होंने अपना आपा खोते हुए पुलिस अधिकारियों से पूछा, क्या मुझे यही सुरक्षा कवर दिया गया है? एक पुलिस अधिकारी को खान को शांत करने में कड़ी मेहनत करनी पड़ी, जबकि अन्य ने एसएफआई कार्यकर्ताओं का पीछा किया, जो राज्यपाल के वाहन तक आने में कामयाब रहे और उन पर हाथ उठाते देखा गया। इसके बाद खान ने एक बार फिर विजयन पर अपना गुस्सा जाहिर किया और यह कहते सुने गए कि ऐसा लगता है कि सीएम ने एसएफआई कार्यकर्ताओं को उनके साथ मारपीट करने की खुली छूट दे दी है।
उन्होंने पूछा कि क्या किसी को भी सीएम के वाहन के पास पहुंचने की अनुमति दी जाएगी? प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के. सुधाकरन ने इसे राज्य के इतिहास का काला दिन बताया, जबकि उनके भाजपा समकक्ष के.सुरेंद्रन ने आरोप लगाया कि पुलिस अधिकारियों ने सुरक्षा वाहनों की गति कम कर दी, ताकि प्रदर्शनकारी आकर राज्यपाल के वाहन को टक्कर मार सकें। उन्होंने कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह चरमरा गई है और हम ऐसी गुंडागर्दी पर मूकदर्शक नहीं बने रहेंगे।