नई दिल्ली । पीएम नरेंद्र मोदी ने मुस्लिमों के लिए भारत की धरती को जन्नत बताया है। एक विदेशी अखबार को दिए इंटरव्यू में एक सवाल के जवाब में यह बात कही। उन्होंने कहा कि दुनिया में अन्य जगहों पर उत्पीड़न का सामना करने के बावजूद उन्हें भारत में एक सुरक्षित आश्रय मिल गया है, वे खुशी से रह रहे हैं और समृद्ध हो रहे हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने कनाडा विवाद और इजरायल-हमास संघर्ष पर भी खुलकर बातचीत की है। कनाडा के मामले पर पीएम मोदी ने दो टूक कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की आड़ में हिंसा का खेल हो रहा है।
इंटरव्यू के दौरान जब पीएम मोदी से पूछा गया कि भारत में मुस्लिम अल्पसंख्यक का क्या भविष्य है, इस पर पीएम मोदी ने इसके बजाय भारत के पारसियों की आर्थिक सफलता की ओर इशारा किया, जिन्हें वह ‘भारत में रहने वाले धार्मिक माइक्रो माइनॉरिटी’ मानते हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया में अन्य जगहों पर उत्पीड़न का सामना करने के बावजूद मुस्लिम अल्पसंख्यकों को भारत में एक सेफ हैवन मिल गया है। वे खुशी से रह रहे हैं और समृद्ध हो रहे हैं।
इधर भारत की तुलना चीन से किए जाने पर पीएम मोदी ने कहा कि भारत की तुलना चीन की बजाय अन्य लोकतंत्रों के साथ करना अधिक उपयुक्त हो सकता है। हमास-इजरायल संघर्ष पर पीएम मोदी ने कहा कि मैं मिडिल ईस्ट इलाके के नेताओं के संपर्क में रहता हूं। अगर शांति की दिशा में प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए भारत कुछ भी कर सकता है, तो हम निश्चित रूप से ऐसा करेंगे। पीएम मोदी ने अमेरिका के आरोपों पर पहली प्रतिक्रिया देते हुए बुधवार को कहा, ‘अगर कोई हमें कोई जानकारी देता है, तो हम निश्चित रूप से उस पर गौर करेंगे। अगर हमारे किसी नागरिक ने कुछ भी अच्छा या बुरा किया है तो हम उस पर गौर करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की आड़ में ये तत्व डराने-धमकाने और हिंसा भड़काने में लगे हुए हैं। उन्होंने इस बात से इनकार किया कि आरोपों से कनाडा की तरह डिप्लोमेसी भड़क उठेगी।