हैदराबाद आईपीएल 2024 सत्र में मुंबई इंडियंस की लगातार दूसरी हार के बाद टीम के नये कप्तान हार्दिक पंड्या की मुशिकलें और बढ़ गयी हैं। सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ मिली करारी हार के बाद उनकी नेतृत्व क्षमता पर भी सवाल उठने लगे हैं। सनराइजर्स ने इस मैच में मुंबई के गेंदबाजों की पिटाई कर सबसे अधिक रनों का रिकार्ड बनाया। यहां तक कि उसके तीन खिलाड़ियों ने तेजी से अर्धशतक लगाये। इसका एक कारण पंड्या के खराब फैसलों को बताया जा रहा है। इस मुकाबले में कप्तान पंड्या पिच का मिजाज नहीं समझ पाये। इसी कारण सपाट पिच पर भी उन्होंने गेंदबाजी का फैसला किया जो गलत साबित हुआ। मुंबई हमेशा से चैंपियंस खिलाड़ियों से भरी रही है। इसका एक-एक खिलाड़ी अन्य खिलाड़ियों पर भारी पड़ता है पर उनका सही इस्तेमाल पंड्या नहीं कर पाये। गेंदबाजी के दौरान शुरुआती 10 ओवर्स में जसप्रीत बुमराह को भी उन्होंने अधिक गेंदबाजी न देकर युवाओं को गेंद थमाई। पंड्या बुमराह को बदलाव के तौर आये। वह खुद गेंदबाजी की शुरुआत करने आये। सनराइजर्स के खिलाफ नई गेंद उन्होंने और अनुभवहीन क्वेन मफाका ने थामी। चौथे ओवर में जब तक बुमराह को आक्रमण पर लाया गया तब तक ट्रेविस हेड लय हासिल कर चुके थे। अटैकिंग पोजिशन में जा चुके थे। सनराइजर्स के बल्लेबाज जब मैदान के चारों ओर छक्के-चौके लगाने लगे तो पंड्या ने रक्षात्मक रुख अपना लिया। पारी के दौरान शुरुआती 10 ओवर में सिर्फ चौथा ओवर ही ऐसा रहा, जिसमें कोई बाउंड्री नहीं आई औऱ वह बुमराह ने फेंका था। टीम इंडिया के पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान ने भी पंड्या की औसत कप्तानी को हार का कारण बताया है। गुजरात टाइटंस के खिलाफ 14 रन देकर तीन विकेट लेने वाले बुमराह को भले ही इस मैच में एक भी विकेट नहीं मिला हो, लेकिन अपने चार ओवर के कोटा में 36 रन देकर वह मुंबई के सबसे किफायती गेंदबाज रहे। 278 रन के विशाल स्कोर का पीछा करते हुए पूर्व कप्तान रोहित शर्मा युवा ओपनर ईशान किशन ने मुंबई को जोरदार शुरुआत दी। पावरप्ले में टीम ने दो विकेट खोकर 76 रन बना लिए थे और हैदराबाद के स्कोर से सिर्फ पांच रन ही पीछे थे। 10 ओवर में स्कोर 141/2 था। हार्दिक पंड्या जब क्रीज पर उतरे तो टीम को जीत के लिए 56 गेंद में 127 रन की दरकार थी, जिस तरह से बल्लेबाजी चल रही थी, लक्ष्य हासिल किया जा सकता था, पर पंड्या ने धीमी बल्लेबाजी करते हुए 20 गेंद में 24 रन ही बनाये जिससे टीम रक्षात्मक हो गयी।