मुंबई। भारतीय अर्थव्यवस्था चालू वित्त वर्ष में 7.1 फीसदी की रफ्तार से बढ़ सकती है। आर्थिक शोध संस्थान राष्ट्रीय लोक वित्त एवं नीति संस्थान (एनआईपीएफपी) ने सोशल मीडिया मंच पर लिखा कि जीडीपी की बुनियाद मजबूत है। देश केंद्रीय करों में उछाल और राजस्व खर्च में कमी के जरिये राजकोषीय मजबूती के रास्ते पर है। आर्थिक शोध संस्थान ने कहा कि 2023-24 में केंद्र से महत्वपूर्ण पूंजीगत खर्च हस्तांतरण के कारण राज्यों में पूंजीगत व्यय वृद्धि मजबूत है। वहीं डेलॉय ने चालू वित्त वर्ष के लिए भारत की वृद्धि दर 6.6 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है। पिछले वित्त वर्ष के लिए वृद्धि दर अनुमान को भी संशोधित कर 7.6-7.8 फीसदी के बीच किया है।