- बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने रायबरेली से चुनाव लड़ने का ऑफर ठुकराया

नई दिल्ली यूपी के अमेठी और रायबरेली से कांग्रेस राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है। वहीं बीजेपी इन राहुल और प्रियंका को कैसे मात दिया जाए इसकी योजना बनाने में जुटी गई है। बीजेपी ने अपने पहली ही लिस्ट में अमेठी से स्मृति इरानी को मैदान में उतार दिया है, लेकिन रायबरेली में उसकी तलाश अब भी जारी है। वहीं सूत्रों से पता चला है कि पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी को रायबरेली से अपने ही बांधी परिवार के खिलाफ दो-दो हाथ करने का ऑफर मिला लेकिन वरुण ने इसे तुरंत ठुकरा दिया। यह भी कहा जा रहा है कि वरुण गांधी ने रायबरेली लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की अपनी इचछा जाहिर नहीं की और बीजेपी के आला नेताओं को भी इसकी जानकारी दे दी है। सूत्रों के अनुसार कहा जाता है कि रायबरेली से वरुण गांधी को चुनाव में उतारे जाने को लेकर हुए मंथन के पीछे बीजेपी के आंतरिक सर्वे से निकले संकेतों की अहम भूमिका रही। सर्वे में बीजेपी ने प्रियंका के सामने उत्तरप्रदेश के दोनों उपमुख्यमंत्री से लेकर वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश की पूर्व सीएम उमा भारती समेत करीब आधे दर्जन से ज्यादा चेहरों को लेकर रायशुमारी की है। बताया जाता है कि इस पूरी कवायद में वरुण गांधी का नाम उभरकर सामने आया, जो बीजेपी की ओर से प्रियंका को टक्कर दे सकते हैं। सर्वे के बाद बीजेपी के आला नेताओं ने यह पहल की। वरुण गांधी के करीबी सूत्रों ने बताया कि पिछले दिनों बीजेपी के टॉप लीडरशिप की ओर से वरुण गांधी को रायबरेली से लड़ने का प्रस्ताव दिया गया था। वरुण ने सोचने का समय मांगा और काफी सोच-विचार के बाद उन्होंने रायबरेली से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया। सूत्रों के मुताबिक, रायबरेली से प्रियंका गांधी के खिलाफ चुनाव न लड़ने के पीछे सबसे बड़ी वजह यह है कि वरुण गांधी परिवार में टकराव नहीं चाहते हैं। उनका मानना है कि इस मुकाबले का लोगों के बीच अच्छा संदेश नहीं जाएगा। दरअसल, वरुण गांधी के अपनी बहन प्रियंका गांधी से रिश्ते भी मधुर हैं। उनकी यह भी नीति है कि लड़ाई नीतियों के बीच होनी चाहिए, व्यक्तित्व के बीच नहीं।

Comments About This News :

खबरें और भी हैं...!

वीडियो

देश

इंफ़ोग्राफ़िक

दुनिया

Tag