- मतदान के बाद रूपाला ने क्षत्रिय समाज से फिर एक बार मांगी माफी, कहा-इंसान हूं गलती हो गई

अहमदाबाद| गुजरात में लोकसभा की 25 सीटों पर मंगलवार को मतदान संपन्न होने के बाद राजकोट सीट से भाजपा प्रत्याशी पुरुषोत्तम रूपाला ने क्षत्रिय समाज से फिर एक बार माफी मांगते हुए कहा कि इंसान हूं और मुझसे गलती हो गई| मैंने अपनी गलती के पहले भी माफी मांगी थी और फिर एक बार क्षत्रिय समाज से माफी मांग रहा हूं| अब जबकि मतदान प्रक्रिया पूर्ण हो गई है और अब यह मसला राजनीतिक विषय नहीं है| भाजपा कार्यकर्ता और सार्वजनिक जीवन के प्रतिनिधि के तौर पर मेरी टिप्पणी से क्षत्रिय समाज की भावनाएं आहत हुई थीं और उसके मैंने माफी भी मांगी थी| yle="display:block; text-align:center;" data-ad-layout="in-article" data-ad-format="fluid" data-ad-client="ca-pub-7418048765940543" data-ad-slot="8599940242"> लेकिन तब उसका मतलब यह निकाला जाता था कि चुनाव को देखते हुए माफी मांग रहा हूं| लेकिन अब तो मतदान पूर्ण हो चुका है और अब मैं विनम्रता के साथ क्षत्रिय समाज में हृदय से माफी मांग रहा हूं| क्षत्रिय मातृशक्ति समेत पूरे समाज से अनुरोध करता हूं कि क्षमा ही राजपूतों का भूषण है| राजनीतिक स्वार्थ के लिए अब मैं माफी नहीं मांग रहा| मेरे कारण देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी बुरा-भला सुनना पड़ा होगा| जो मेरे पीड़ादायक है| रूपाला ने कहा कि आज राष्ट्र जब विकसित भारत के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहा है| ऐसे में क्षत्रिय समाज राष्ट्र के विकास के पथ पर अग्रसर भूमिका के साथ आगे बढ़े, यह मेरा विनम्र अनुरोध है| मेरी गलती का खामियाजा मेरे कई साथियों को भी भुगतना पड़ा इसके लिए भी उनसे तहेदिल से क्षमा मांगता हूं| रूपाला ने स्वीकार किया कि वह 40 वर्ष के राजनीतिक जीवन में सबसे कठिन दौर से गुजरे हैं| yle="display:block; text-align:center;" data-ad-layout="in-article" data-ad-format="fluid" data-ad-client="ca-pub-7418048765940543" data-ad-slot="8599940242"> सबसे अच्छी बात यह है कि राज्य में चुनाव शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ है| हांलाकि मेरी एक टिप्पणी की वजह से पार्टी को काफी कुछ सहन करना पड़ा है| उल्लेखनीय है कि क्षत्रियों पर विवादित टिप्पणी के बाद पुरुषोत्तम रूपाला ने चौथी बार सार्वजनिक तौर पर माफी मांगी है और वह भी ऐसे वक्त पर जब गुजरात में लोकसभा की 25 सीटों पर मतदान खत्म हो चुका है| हांलाकि क्षत्रिय समाज के आंदोलन का मतदान पर कितना असर हुआ होगा? यह तो 4 जून को नतीजे आने के बाद ही पता चलेगा| लेकिन कम मतदान से पता चलता है कि इस पर क्षत्रिय समाज के आंदोलन का असर जरूर हुआ है| yle="display:block; text-align:center;" data-ad-layout="in-article" data-ad-format="fluid" data-ad-client="ca-pub-7418048765940543" data-ad-slot="8599940242">

Comments About This News :

खबरें और भी हैं...!

वीडियो

देश

इंफ़ोग्राफ़िक

दुनिया

Tag