- इस सर्विस में मैन्युअली एफडी में रकम ट्रांसफर करने की झंझट नहीं

सेविंग अकाउंट पर ऑटो स्वीप सर्विस से पाएं तीन गुना ब्याज! । बैंक में पैसा रखना लोग सुरक्षित मानते हैं इसको लेकर अमीर-गरीब सब बैंक में सेविंग करते हैं ताकि उनका भविष्य सुरक्षित हो सके। बैंक जमा रुपय का आपको ब्याज भी मिलता है, लेकिन आप अपने सेविंग अकाउंट या करंट अकाउंट पर भी ज्यादा ब्याज पा सकते हैं। हर बैंक अपने ग्राहकों को एक खास सुविधा देता है, लेकिन कई लोगों को इसके बारे में जानकारी ही नहीं होती है। इस सर्विस का नाम है ऑटो स्वीप सर्विस। इसके जरिए आप अपने अकाउंट पर तीन गुना तक ज्यादा ब्याज पा सकते हैं। इस फायदे को पाने के लिए आपको बैंक में जाकर बस इस सर्विस को इनेबल कराने के लिए कहना होगा। ऑटो स्वीप सर्विस एक ऐसी सुविधा है, जो ग्राहकों को सरप्लस फंड पर ज्यादा ब्याज पाने में मददगार साबित होती है। इसे इनेबल कराते हैं, तो फिर आपके सेविंग अकाउंट में जमा राशि को एक तय की गई सीमा से ज्यादा होने या सरप्लस फंड होने की स्थिति में उसे अपने आप एफडी में ट्रांसफर कर दिया जाता है। ऐसे में आपको सेविंग अकाउंट पर मिलने वाले ब्याज के बजाय बैंक एफडी पर मिलने वाले ब्याज रेट का फायदा मिल जाता है। बैंक की ओर से दी जाने वाली यह सर्विस अगर आपने अपने सेविंग अकाउंट पर ऑटो स्वीप सर्विस इनेबल की है, तो इस सर्विस के साथ खोले गए अकाउंट पर आपको ज्यादा ब्याज मिल सकता है। दरअसल, जब आपके सेविंग या करंट अकाउंट में जमा राशि स्वीप लिमिट के पार निकल जाती है, तो ऑटो स्वीप सुविधा सक्रिय हो जाती है। इस पर गौर करें, तो इसमें आपको अपने अकाउंट में एक लिमिट सेट करनी होती है और इसके बाद आपका जमा सीधे एफडी में बदल जाता है। अगर आपने अकाउंट में 20,000 रुपए की लिमिट तय की है और इस अकाउंट में 60,000 रुपए डिपॉजिट कर दिए हैं, तो फिर इस सर्विस से 20 हजार रुपए से ज्यादा वाली राशि यानी 40,000 का एडिशनल अमाउंट एफडी में बदल जाता है और इस रकम पर संबंधिक बैंक में फिस्क्ड डिपॉजिट पर मिल रहे ब्याज के हिसाब से ब्याज मिलेगा। जबकि 20,000 रुपए के जमा पर सेविंग अकाउंट पर तय किया गया ब्याज ही मिलेगा। बैंक अकाउंट पर ऑटो स्वीप सर्विसेज में जहां आप एफडी के बराबर का ब्याज पा सकते हैं, इसके साथ ही इस सर्विस के और भी कई फायदे हैं। आपके अकाउंट में जमा रुपए पर ज्यादा रिटर्न मिलने से ग्राहक और ज्यादा सेविंग करने के लिए प्रेरित होता है। इससे लोगों की नियमित सेविंग में भी इजाफा होता है। साथ ही इस सुविधा के जरिए आप अपने खर्चों को भी ट्रैक कर सकते हैं और बजट भी सेट कर सकते हैं। ऑटो स्वीप सर्विस में आपको मैन्युअली एफडी में रकम ट्रांसफर करने के झंझट से छुटकारा मिल जाता है, क्योंकि ये एक ऑटोमैटिक प्रोसेस है। आमतौर पर एक बैंक अकाउंट में सेविंग्स पर बैंक औसतन 2.5 फीसदी का ब्याज देता है, हालांकि, ये अलग-अलग बैंकों में अलग-अलग होता है। वहीं एफडी पर ब्याज दर औसतन 6.5 से 7 फीसदी तक मिलता है यानी अकाउंट में जमा राशि पर ही तीन गुना तक ज्यादा ब्याज का फायदा, लेकिन सेविंग अकाउंट की तरह ही ट्रीट कर सकते हैं, यानी एफडी में कन्वर्ट होने वाले पैसे को आप जब चाहें निकाल सकते हैं, जबकि फिक्स्ड डिपॉजिट पर मैच्योरिटी पीरियड पूरा होने से पहले निकासी नहीं कर सकते हैं। इसका मतलब है कि ऑटो स्वीप सर्विस एक्टिव होने से आप अपनी सेविंग पर एफडी जितना ब्याज तो पा ही सकते हैं, साथ ही इसका इस्तेमाल अपने अकाउंट सेविंग की तरह ही कर सकते हैं।

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