मध्य प्रदेश के इंदौर और उज्जैन के बीच प्रस्तावित मेट्रो परियोजना का अलाइनमेंट फाइनल हो गया है। अब जल्द ही दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) द्वारा डीपीआर पेश की जाएगी। तय हुआ है कि दोनों शहरों के बीच 8 स्टेशन बनाए जाएंगे। मेट्रो कुल 47 किलोमीटर की दूरी में चलेगी।
इंदौर से महाकाल मंदिर तक 47 किमी हिस्से पर मेट्रो चलाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इंदौर-उज्जैन तक मेट्रो का संचालन हाइब्रिड मोड पर किया जाएगा। इस पर करीब 10 हजार करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है।
सिंहस्थ के बाद ही इंदौर और उज्जैन के लोगों को इसका लाभ मिल सकेगा। लवकुश चौराहे से महाकाल मंदिर तक मौजूदा फोरलेन रोड के डिवाइडर पर पिलर खड़े करके वायडक्ट के जरिए मेट्रो रूट तैयार किया जाएगा। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने सर्वे प्रक्रिया पूरी कर रूट अलाइनमेंट तय कर दिया है।
अब जल्द ही डीएमआरसी की टीम एमपी मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के अफसरों के सामने अपना प्रेजेंटेशन देगी। इसके बाद इंदौर-उज्जैन आरआरटीएस की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट को अंतिम रूप दिया जाएगा।
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जानकारों के अनुसार पहले उज्जैन की घनी बसाहट के कारण उज्जैन नगर क्षेत्र में भूमिगत मेट्रो के विकल्प पर विचार किया जा रहा था। अब महाकाल महालोक के पास बने तालाब के पास पार्किंग क्षेत्र तक ओवरहेड मेट्रो ले जाने की योजना है।