नाहन में डॉ. राजीव बिंदल ने माजरा में हुए सांप्रदायिक तनाव को लेकर प्रेस वार्ता की। उन्होंने हिंदू लड़की के अवैध धर्म परिवर्तन और विवाह का मुद्दा उठाया। बिंदल ने कांग्रेस सरकार पर वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया और पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठाए। उन्होंने धर्म परिवर्तन के खिलाफ मामला दर्ज करने, ईंट फेंकने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने और पुलिस द्वारा महिलाओं की पिटाई की जांच करने की मांग की।
नाहन। पांवटा साहिब उपमंडल के माजरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक गांव में पैदा हुए सांप्रदायिक तनाव को लेकर सोमवार को डॉ. राजीव बिंदल ने नाहन में प्रेस वार्ता को संबोधित किया। साथ ही इस विषय पर हर संबंधित पहलू पर जानकारी दी। डॉ. राजीव बिंदल ने कहा कि हिंदू लड़की का धर्म परिवर्तन और विवाह अवैध है। लड़की की उम्र 18 साल 1 महीने और लड़के की उम्र 19 साल है। हिमाचल प्रदेश में धर्म परिवर्तन और विवाह को लेकर कानून बनाया गया है।
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डॉ. राजीव बिंदल ने बताया कि युवक के वकील और जांच अधिकारी ने कोर्ट में जज को बताया कि लड़की ने धर्म परिवर्तन कर लिया है, जिस पर डॉ. बिंदल ने कहा कि धर्म परिवर्तन से पहले सब ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट को एक महीने का नोटिस देना होता है, जिसके बाद पब्लिक अनापत्ति की प्रक्रिया होती है।
अगर अनुमति प्रक्रिया भी पूरी नहीं होती है तो यह धर्म परिवर्तन अवैध है। युवक के वकील ने कोर्ट को बताया कि 4 जून को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में लड़का-लड़की ने शादी कर ली, जो अवैध है। क्योंकि युवक की उम्र 19 साल है। डॉ. बिंदल ने कहा कि इस अवैध शादी के लिए युवक के परिवार के खिलाफ मामला दर्ज होना चाहिए। बिंदल ने कहा कि धर्म परिवर्तन के प्रयास में कांग्रेस सरकार की भूमिका संदिग्ध है और यह मामला वोट बैंक की राजनीति से प्रेरित लग रहा है।
लड़की 4 जून को घर से गायब हो गई थी, जिस पर परिजनों ने अपहरण का शक जताया और 5 जून को रिपोर्ट दर्ज कराई। परिजनों ने कीरतपुर निवासी एक मुस्लिम युवक पर शक जताया था, लेकिन पुलिस और प्रशासन ने 6 दिन तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। फिर 12 जून को ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया, जिसके बाद प्रशासन ने पहले दोपहर 12 बजे तक और फिर शाम 5 बजे तक लड़की की बरामदगी की घोषणा की।
इस पर सवाल उठाते हुए डॉ. बिंदल ने कहा कि 'अगर लड़का-लड़की भाग गए हैं, तो पुलिस कैसे समय बता सकती है कि शाम 5 बजे तक उन्हें बरामद कर लिया जाएगा? क्या पुलिस पहले जनता के सड़कों पर उतरने का इंतजार कर रही थी?' प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डॉ. बिंदल ने यह भी सवाल उठाया कि क्या विरोध की आवाज उठाना अब अपराध बन गया है? उन्होंने कहा कि माजरा में जो कुछ भी हुआ, वह दुर्भाग्यपूर्ण था, लेकिन प्रशासन को इसमें निष्पक्ष भूमिका निभानी चाहिए थी, न कि एकतरफा कार्रवाई करनी चाहिए थी।
डॉ. बिंदल ने आरोप लगाया कि प्रशासन जानबूझकर मामले को छिपाने की कोशिश कर रहा है। ताकि किसी समुदाय विशेष के खिलाफ नाराजगी न फैले। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में धर्मांतरण कानून सख्त होने के बावजूद अभी तक किसी के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की गई है।
उन्होंने कहा कि 13 जून को प्रदर्शन के दौरान पूर्व ऊर्जा मंत्री एवं स्थानीय विधायक सुखराम चौधरी पर धारा 307 (हत्या का प्रयास) लगाना भी राजनीति से प्रेरित है। उन्होंने पूछा कि शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने वालों पर तो मामला दर्ज कर लिया गया, लेकिन पुलिस पर ईंट फेंकने वालों और महिलाओं से मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई।
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डॉ. बिंदल ने यह भी कहा कि 14 जून को थाने के बाहर शांतिपूर्वक अपनी बात रखने आए सैकड़ों हिंदू प्रदर्शनकारियों पर एक और मामला दर्ज कर लिया गया। उन्होंने कहा कि अब 15 जून से पुलिस की गाड़ियां गांवों में घूम-घूम कर छापेमारी कर रही हैं और निर्दोष लोगों को डराया-धमकाया जा रहा है। बिंदल ने आरोप लगाया कि स्थानीय कांग्रेस नेता पुलिस को नाम सुझा रहे हैं और हिंदू लोगों के घरों पर छापेमारी की जा रही है। उन्होंने मांग की कि अवैध धर्मांतरण के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए।
ईंट फेंकने वालों पर कार्रवाई की जाए। पुलिस कर्मियों द्वारा महिलाओं की पिटाई के मामले की उच्च स्तरीय जांच की जाए। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने कहा कि शनिवार को भाजपा कार्यकर्ता सैनवाला में एकत्र हुए। वहां उन्होंने अपनी मांगों को लेकर जमीन पर बैठ गए। सैनवाला गांव जिला मजिस्ट्रेट द्वारा लगाई गई धारा 163 अधिसूचना क्षेत्र से बाहर था। डीएम की अधिसूचना में कीरतपुर, मेलियों, फतेहपुर, मिश्रवाला और माजरा में धारा 163 लगाई गई थी।
जबकि सैनवाला में उन्होंने विरोध प्रदर्शन किया। डॉ. राजीव बिंदल ने हिंदू कार्यकर्ताओं पर लगाई गई धारा 307 का विरोध किया, जिसके तहत चार कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि यह राजनीति से प्रेरित है और हिंदू समाज का उत्पीड़न है। पुलिस हिंदू लोगों के घरों में दबिश देकर आतंक फैला रही है।