दिल्ली पुलिस ने एक लाल रंग की इकोस्पोर्ट कार को लेकर अलर्ट जारी किया था। उन्हें शक था कि विस्फोट वाले दिन यह कार संदिग्धों के साथ मौजूद थी।
पुलिस को 10 नवंबर को दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए विस्फोट में एक बड़ा सुराग मिला है। पुलिस ने फरीदाबाद से एक लाल रंग की फोर्ड इकोस्पोर्ट कार (संख्या DL10CK0458) बरामद की है, जिसके लिए पहले ही अलर्ट जारी किया जा चुका था। यह कार खंडावली गाँव के पास खड़ी मिली थी, जिसके बाद फरीदाबाद पुलिस ने इसे घेर लिया। माना जा रहा है कि यह वही गाड़ी है जिसका संबंध विस्फोट में शामिल संदिग्धों से है।
फरीदाबाद में दिल्ली पुलिस का अलर्ट और बरामदगी
दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को इस लाल रंग की इकोस्पोर्ट कार को लेकर अलर्ट जारी किया था। पुलिस को शक था कि विस्फोट वाले दिन यह कार संदिग्धों के साथ मौजूद थी। इसके बाद, दिल्ली और आसपास के इलाकों में पुलिस की पाँच टीमें इसकी तलाश में जुट गईं। फरीदाबाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए खंडावली गाँव के पास खड़ी कार को घेर लिया। गाड़ी को अब ज़ब्त कर लिया गया है और फोरेंसिक जाँच की तैयारी चल रही है।
कार दो मालिकों के नाम पर पंजीकृत थी।
जाँच से पता चला है कि यह फोर्ड इकोस्पोर्ट पहले पंकज गुप्ता के नाम पर पंजीकृत थी, जबकि वर्तमान में यह उमर नबी के नाम पर पंजीकृत है। पुलिस अब इस बात की जाँच कर रही है कि यह कार पंकज से उमर के पास कैसे पहुँची और क्या इस बीच किसी अन्य व्यक्ति या नेटवर्क ने इसका इस्तेमाल किया।
श्रीनगर में आखिरी बार सर्विसिंग
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, कार की आखिरी बार श्रीनगर में 2024 में सर्विसिंग हुई थी। इस जानकारी ने जाँच एजेंसियों के बीच चिंता बढ़ा दी है, क्योंकि इससे संकेत मिलता है कि यह गाड़ी किसी नेटवर्क के ज़रिए कश्मीर से दिल्ली लाई गई होगी।
i20 के साथ देखी गई संदिग्ध इकोस्पोर्ट
जाँच में यह भी पता चला है कि विस्फोट वाले दिन लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास एक i20 कार के साथ यह लाल इकोस्पोर्ट देखी गई थी। सीसीटीवी फुटेज में दोनों गाड़ियों की गतिविधियाँ कैद हो गई थीं, जिसके कारण यह गाड़ी संदिग्धों की सूची में शामिल हो गई। दिल्ली पुलिस ने पहले ही उत्तर प्रदेश और हरियाणा पुलिस को अलर्ट पर रखा था।
विस्फोट 10 नवंबर को हुआ था।
10 नवंबर को लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए विस्फोट में अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है और 20 से ज़्यादा घायल हुए हैं। सभी घायलों का इलाज एलएनजेपी अस्पताल में चल रहा है।