प्रियंका चतुर्वेदी ने 'गांधी' सरनेम को लेकर कहा, "मेरा मानना है कि आप जितना अपनी छोटी सोच दिखाएंगे और अपनी फ्रस्ट्रेशन निकालने की कोशिश करेंगे, उनका नाम उतना ही ऊपर उठेगा।"
शिवसेना (UBT) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने 'गांधी' सरनेम को लेकर रूलिंग पार्टी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, "मैं बस इतना कहूंगी कि 'गांधी' नाम से फ्रस्ट्रेशन और चिढ़ होती है। मन में यह फीलिंग होती है कि यह उनके लिए नेगेटिव है। लेकिन वे गांधी सरनेम को जितना कम आंकने की कोशिश करेंगे, यह उतना ही सूरज की तरह चमकेगा। इस परिवार ने लोगों के बीच काम किया है, इसलिए यह सरनेम उनके दिलों में है।"
प्रियंका चतुर्वेदी ने आगे कहा, "मेरा मानना है कि आप जितना अपनी छोटी सोच दिखाएंगे, जितना सेंसिटिव होंगे, और अपनी फ्रस्ट्रेशन निकालने की कोशिश करेंगे, उनका नाम उतना ही ऊपर उठेगा।"
एयर पॉल्यूशन पर प्रियंका चतुर्वेदी ने क्या कहा?
शिवसेना (UBT) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भी एयर पॉल्यूशन को लेकर अपना रिएक्शन दिया है। उन्होंने कहा, "हम एक ज़हरीले माहौल में रह रहे हैं, और AQI मापने के पैरामीटर बदल दिए गए हैं। कोई एक्शन नहीं लिया गया है, जिसे एक पॉलिटिकल मुद्दा बना दिया गया है। जब आम आदमी पार्टी सत्ता में थी, तो लेफ्टिनेंट गवर्नर इस मुद्दे पर रेगुलर बोलते थे, और अब, BJP सरकार में, वही लेफ्टिनेंट गवर्नर हॉट एयर बैलून लॉन्च कर रहे हैं।"
पॉल्यूशन बिल्कुल भी पॉलिटिकल मुद्दा नहीं है - प्रियंका चतुर्वेदी
उन्होंने यह भी कहा, "पॉल्यूशन बिल्कुल भी पॉलिटिकल मुद्दा नहीं है; यह उससे ऊपर है। हमें सॉल्यूशन ढूंढना होगा, चाहे वह रूलिंग पार्टी हो या अपोज़िशन। इस मुद्दे पर पॉज़िटिव चर्चा होनी चाहिए। कोई सॉल्यूशन-बेस्ड चर्चा होनी चाहिए, न कि आरोप-प्रत्यारोप पर आधारित चर्चा। हमने वंदे मातरम पर बहुत चर्चा की। लेकिन एयर पॉल्यूशन पर भी चर्चा होनी चाहिए।"
राहुल गांधी ने हाउस में उठाया पॉल्यूशन का मुद्दा
गौरतलब है कि लोकसभा में अपोज़िशन के लीडर राहुल गांधी ने शुक्रवार (12 दिसंबर) को हाउस में एयर पॉल्यूशन का मुद्दा उठाया था। उन्होंने कहा कि एयर पॉल्यूशन बच्चों को नुकसान पहुंचा रहा है और लोगों में कैंसर जैसी बीमारियां फैला रहा है। राहुल गांधी ने मांग की कि सदन में पॉल्यूशन के मुद्दे पर चर्चा हो।
उन्होंने कहा, "हमारे ज़्यादातर बड़े शहरों में लोग ज़हरीली हवा में जी रहे हैं। लाखों बच्चे फेफड़ों की बीमारियों से परेशान हैं, उनका भविष्य बर्बाद हो रहा है, और लोगों को कैंसर हो रहा है। बुज़ुर्गों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। उन्होंने भरोसा जताया कि यह एक ज़रूरी मुद्दा है और इस मुद्दे पर सरकार और हमारे बीच पूरी सहमति ज़रूर बनेगी।"