-
वर्तमान दौर में हिन्दी पत्रकारिता के सामने कई चुनौतियां हैं : अरोरा
ग्वालियर। देश की आजादी में पत्रकारिता के योगदान को भुलाया नही जा सकता है।लेकिन वर्तमान दौर में हिन्दी पत्रकारिता के सामने कई चुनौतियां है। यह बात हिंदी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर जनसंपर्क विभाग के पूर्व सयुंक्त संचालक सुभाष अरोरा ने कही ।
आज मंगलवार को ग्वालियर प्रेस क्लब और मध्यप्रदेश पत्रकार संघ के सयुक्त तत्वाधान में फूलबाग स्थित प्रेस क्लब परिसर में हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर आयोजित संगोष्ठी में प्रेस क्लब अध्यक्ष राजेश शर्मा ने कहा हिन्दी पत्रकारिता के इतिहास में 30 मई का खास महत्व है। यही कारण है कि 30 मई को हिन्दी पत्रकारिता दिवस के रूप में मनाया जाता हैं।वरिष्ठ पत्रकार सुरेश डंडौतिया ने संगोष्ठी में बोलते हुए कहा कि वर्तमान दौर में पत्रकारिता की दिशा और दशा दोनों ही बदल गए हैं।
पत्रकारिता का स्वरूप व्यवसायिक हो चुका है।मध्यप्रदेश पत्रकार संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र माथुर ने कहा कि हिन्दी पत्रकारिता में आज भी सच्चे और अच्छे पत्रकारों की कमी नहीं है जो ईमानदारी से अपना धर्म निभाते हैं। प्रेस क्लब सचिव सुरेश शर्मा ने कहा कि पत्रकारिता मेरी नजर में आज भी पवित्र और ईश्वरीय कार्य है ।
पत्रकारों से अनुरोध है कि वो सच्चाई लिखते रहे। देश हित में पत्रकारिता जारी रखें। संगोष्ठी में वरिष्ठ पत्रकार मनीष शर्मा,राम किशन कटारे,रमन शर्मा,राजीव गुप्ता, रवी उपाध्याय, संजय चंदेल, प्रमोद शिंदे सहित अन्य पत्रकार उपस्थित थे।
Comments About This News :
Submit A Comment
Subscription Successfully......!
Error Please Try Again & Check Your Connection......!