नई दिल्ली । जी20 सम्मेलन के दौरान इमरजेंसी जैसे कोई हालात पैदा होने पर दिल्ली पुलिस के कमांडो आसमान से उतरेंगे। पुलिसकर्मी इसकी ट्रेनिंग दिल्ली पुलिस अकैडमी में ले चुके हैं। हेलिकॉप्टर से रस्सी के सहारे उतरने में ट्रेंड कमांडो आतंकी हमला होने पर किसी भी बिल्डिंग में घुस सकते हैं। दिल्ली पुलिस के इतिहास में इस तरह की ट्रेनिंग पहली बार दी गई है। ये सभी कमांडो आधुनिक हथियार चलाने में भी पारंगत हैं, जिसका प्रशिक्षण इन सभी को मिल चुका है।
हेलिकॉप्टर स्लिदरिंग ट्रेनिंग के लिए बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ ) की मदद ली गई। बीएसएफ के एम-17 हेलिकॉप्टर को झड़ौदा कलां स्थित दिल्ली पुलिस अकैडमी के ग्राउंड में उतारा गया था। इसके तहत पुरुष और महिला के अलावा स्पेशल सेल के स्वैट (स्पेशल वेपन एंड टैक्टिस) कमांडो को ये प्रशिक्षण दिया गया है। अफसरों ने बताया कि हवा में तैरते हेलिकॉप्टर से स्लिदरिंग यानी रस्सी से उतरना ना सिर्फ पायलट के लिए, बल्कि दूसरे शख्स के लिए भी जोखिम भरा रहता है। ये किसी बिल्डिंग या पेड़ से स्लिदरिंग करने की तुलना में ज्यादा खतरनाक और मुश्किल भरा रहता है।
कमांडो ट्रेनिंग के लिए बीएसएफ के हेलिकॉप्टर को सफदरजंग एयरपोर्ट से उड़ान भरवाई गई, जिसे झड़ौदा कलां स्थित दिल्ली पुलिस अकैडमी के ग्राउंड पर बने हेलिपैड पर उतारा गया था। अफसरों ने बताया कि जी20 समिट के दौरान किसी भी तरह की आपदा और आतंकी हमले से निपटने के लिए यह ट्रेनिंग दी गई है। ये सभी कमांडो बिल्डिंग में घुसने और वहां ऑपरेशन को सफल बनाने में सक्षम हैं। इन सभी को ग्लॉक पिस्टल समेत कई आधुनिक हथियार चलाने की ट्रेनिंग भी दी गई है। अंधेरे में निशाना लगाने और तय दूरी तक के टारगेट भेदने का प्रशिक्षण दिया गया है। एसीपी की लीडरशिप में ये सभी तैयार रहेंगे।
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