-व्हाट्सऐप कंपनी के हेड विल कैथार्ट ने कर दिया साफ
नई दिल्ली । रेवेन्यू बढ़ाने के लिए विज्ञापन देने की संभावना तलाश करने वाली खबरों का व्हाट्सऐप कंपनी के हेड विल कैथार्ट ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स, जिसे पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था, पर एफटी को टैग करते हुए एक पोस्ट में कहा, ‘यह कहानी झूठी है। हम ऐसा नहीं कर रहे हैं।’
रिपोर्ट में कहा गया है कि मेटा की टीमें इस बात पर चर्चा कर रही थीं कि व्हाट्सएप चैट स्क्रीन पर कॉन्टैक्ट्स के साथ चैट की लिस्ट में विज्ञापन दिखाए जाएं या नहीं, लेकिन मामले से परिचित लोगों का हवाला देते हुए कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया था। एफटी ने रिपोर्ट में आगे कहा था कि मेटा इस बात पर भी विचार कर रही है कि ऐप को ऐड फ्री यूज करने के लिए सब्सक्रिप्शन फीस लिया जाए या नहीं। एक बयान में, व्हाट्सएप ने एफटी को बताया, ‘हम हमारी कंपनी में किसी के साथ हुई हर बातचीत का हिसाब नहीं दे सकते, लेकिन हम इसकी टेस्टिंग नहीं कर रहे हैं, न ही इस पर काम
कर रहे हैं और यह बिल्कुल भी हमारी योजना नहीं है।’ एफटी ने यह भी कहा था कि कंपनी के कई अंदरूनी सूत्र इस कदम के खिलाफ हैं। बता दें कि फेसबुक ने व्हाट्सएप को 2014 में 19 अरब डॉलर में खरीदा था, जो अब मेटा का हिस्सा बन गया है। व्हाट्सऐप की तरफ से कभी भी किसी तरह का पैसा चैट करने के लिए नहीं लिया गया। मेटा पहले से ही व्हाट्सएप से राजस्व बढ़ाने के लिए काम कर रहा है। इसके सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने पिछले साल कहा था कि व्हाट्सएप और मैसेंजर कंपनी की सेल्स ग्रोथ को लेकर कदम उठाएंगे।
Comments About This News :
Submit A Comment
Subscription Successfully......!
Error Please Try Again & Check Your Connection......!