- सीमा पर तनाव बढ़ाने चीन ने अरुणाचल के पास तैनात की आर्म्स ब्रिगेड

सीमा पर तनाव बढ़ाने चीन ने अरुणाचल के पास तैनात की आर्म्स ब्रिगेड

सैटेलाइट तस्वीरों में हुआ घुसपैठ की बड़ी तैयारी का खुलासा
नई दिल्ली । चीन ने एक बार ‎‎फिर सीमा पर तनाव बढ़ाने की तैयारी कर ली है। चीन ने अरुणाचल के पास आर्म्स ‎ब्रिगेड तैनात कर दी है। सैटेलाइट इमेज में यह बड़ा खुलासा हुआ है। इस तरह से चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। एक ओर तो वह सीमा पर शांति की बात करता है तो दूसरी ओर खुद ही तनाव भी बढ़ाता है। गौरतलब है ‎कि पिछले साल दिसंबर में अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर के पास चीनी घुसपैठ को भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया था। लेकिन इस घटना के बाद भी चीन बाज नहीं आया। सैटेलाइट तस्वीरों से पता चलता है कि तवांग में हुई घटना के कुछ महीनों के भीतर ही चीन त्सोना डीजोंग के लैपुंग में क्लैश साइट के पास तैनात अपने कंबाइंड आर्म्स ब्रिगेड (सीएबी) को ल्होंत्से डीजोंग के रितांग में ट्रांसफर कर दिया था। हालांकि, चीनी घुसपैठ का मुकाबला करने के लिए भारत ने लगभग आधा दर्जन छोटी पोस्ट का नेटवर्क तैयार कर रखा है। लेकिन चीन ने सीमा के पास बड़ी मात्रा में रोड नेटवर्क और नई पोस्ट के निर्माण में खर्च किया है। 

आईटीबीपी या सेना? एलएसी-चीन तनाव जारी रहने पर गश्त का नेतृत्व कौन करेगा, इस  पर सवाल उठ रहे हैं

बता दें ‎कि सीमा के पास चीनी सैनिकों की स्थायी या अर्ध-स्थायी तैनाती टेंशन बढ़ा सकती है। हाल ही में अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने भी अपनी सालाना रिपोर्ट में बताया है कि एलएसी के पूर्वी सेक्टर में चीन ने तीन कंबाइंड आर्म्स ब्रिगेड की तैनाती की है। दिसंबर 2022 में तवांग सेक्टर के पास हुई झड़प के बाद भारत और चीन, दोनों ने अलग-अलग बयान जारी किए थे। ‎जिसमें दोनों ने एलएसी का उल्लंघन करने का आरोप लगाया था। और बाद में सैनिकों की वापसी की सूचना दी थी। रक्षा मंत्री ने संसद में बताया था कि इस झड़प में भारतीय सेना का कोई जवान हताहत नहीं हुआ था। चीन ने इसका जिक्र तक नहीं किया था। हाल की सैटेलाइट तस्वीरों से पता चलता है कि गलवान झड़प से पहले की अवधि की तुलना में भारत-तिब्बत सीमा क्षेत्रों की पूर्वी सीमा पीएलए की तैनाती में बढ़ोतरी हुई। 
ये भी जानिए...........

चीन की नापाक हरकतें बरकरार! LAC पर कई हेलीपैड तैयार, 2030 तक 1000 से ज्यादा  परमाणु हथियार | China nefarious activities on LAC many helipad ready 1000  nuclear weapons also ready till 2030 ...
मिली जानकारी के अनुसार मैकमोहन रेखा से 30 मील से भी कम और तवांग से लगभग 100 किमी दूर ल्होंत्से डीजोंग में नए ड्युअल-यूज वाले एयरपोर्ट के निर्माण ने क्षेत्र में यथास्थिति बदल दी है। भारत-तिब्बत सीमा के ऑब्जर्वर नेचर देसाई ने बताया कि भारत की तुलना में चीन ने बुनियादी ढांचे, संचार और रसद के मामले में बढ़त हासिल करने के लिए तिब्बत-अरुणाचल के सीमाई क्षेत्रों पर अपनी सेना की तैनाती बढ़ा रहा है। देसाई ने इन घटनाक्रमों को अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट ‎किया हैं। सैटेलाइट तस्वीरों का विश्लेषण करने पर पता चलता है कि पीएलए ने तवांग सेक्टर के ठीक सामने त्सोना डीजोंग में अपने फील्ड कैंप के कुछ एलिमेंट्स को ल्होंत्से डीजोंग के रितांग में ट्रांसफर कर दिया है। देसाई का मानना है कि असाफिला और त्सारी चू घाटी आने वाले समय में एलएसी के पूर्वी क्षेत्र में अगले फ्लैश प्वॉइंट हो सकते हैं।
Lac Row:तवांग सेक्टर के पास भारत-चीन के सैनिकों में हिंसक झड़प, भारतीय  जवानों ने 600 चीनी सैनिकों को खदेड़ा - India China Troops Contacted Lac  Tawang Sector Arunachal Pradesh ...

Comments About This News :

खबरें और भी हैं...!

वीडियो

देश

इंफ़ोग्राफ़िक

दुनिया

Tag