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6जी के लिए इंडस्ट्री तैयार करेगा जेआइआइटी प्रधानमंत्री ने किया लैब का ऑनलाइन उद्घाटन
नई दिल्ली । जेपी इंस्टिट्यूट आफ इंफार्मेशन टेक्नोलाजी (जेआइआइटी) देश में 6जी तकनीकी के लिए इंफ्रा विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। संस्थान में भारत सरकार ने सर्विलांस, सिक्योरिटी व कृषि के क्षेत्र में 5जी से आगे की तकनीक पर काम करने के लिए 5जी यूज केस लैब स्थापित की गई है। शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत मोबाइल कांग्रेस (आइएमसी) में इसका आनलाइन उद्घाटन किया। केंद्रीय इलेक्ट्रानिक्स व आइटी मंत्रालय ने इसके लिए देश में 100 लैब स्थापित कर रहा है, जो अलग-अलग क्षेत्र में काम करेंगे। इसमें से चार का प्रधानमंत्री ने उद्घाटन किया।
जेआइआइटी की डीन एकेडमिक व रिसर्च श्वेता श्रीवास्तव ने बताया कि बताया कि लैब बनकर तैयार हो गई है। इसका 80 प्रतिशत खर्च भारत सरकार व 20 प्रतिशत खर्च संस्थान वहन किया है। साथ ही अगले चार वर्ष तक लैब के संचालन का पूरा खर्च भी केंद्र सरकार वहन करेगी। जेआइआइटी सर्विलांस, सिक्योरिटी और कृषि के क्षेत्र में काम करने के लिए चुना गया है। इन तीनों क्षेत्रों में 5जी तकनीकी के प्रयोग के लिए छात्रों को बेहतर वातावरण देगी।
इन क्षेत्रों में काम कर रहे स्टार्टअप, एमएसएमई के लिए 5जी परीक्षण सेटअप उपलब्ध कराने और एकेडमिक व स्टार्टअप इकोसिस्टम को 6जी टेक्नोलाजी के लिए तैयार करने की दिशा में काम करेगी। ज्यादातर लैब केंद्रीय आइआइटी, एनआइटी, आइआइआइटी व केंद्रीय विश्वविद्यालयों में स्थापित की गई है। निजी क्षेत्र के कुछ संस्थानों को चुना गया है। इस लैब से संस्थान में तकनीकी शोध को प्रोत्साहन मिलेगा। प्रदेश में आइआइटी कानपुर, आइआइटी बीएचयू, आइआइआइटी प्रयागराज, एमएनआइटी प्रयागराज व अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में लैब स्थापित की गई है। यह सभी केंद्रीय संस्थान हैं। राज्य सरकार के किसी संस्थान को प्रोजेक्ट में जगह नहीं मिली है।
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