नई दिल्ली । अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) का 69वां राष्ट्रीय अधिवेशन बुराड़ी स्थित डीडीए मैदान में गुरुवार से शुरू हो गया। अमित शाह अधिवेशन का विधिवत उद्घाटन करेंगे। राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद (एनईसी) की बैठक में ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम एक ऐतिहासिक पहल’ व ‘भारतीय स्व व स्वाभिमान का प्रतीक श्री राम मंदिर’ शीर्षक पर प्रस्ताव पारित किए गए। एबीवीपी के राष्ट्रीय मंत्री हुशियार सिंह मीणा और अंकिता पवार ने राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद की बैठक में दोनों प्रस्ताव रखे।
राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा, एबीवीपी ने श्रीराम मंदिर व महिलाओं के सुरक्षा और संवर्धन जैसे विषयों से संबंधित आंदोलनों का नेतृत्व किया है। पहले दिन राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक दत्ताजी डिडोलकर को समर्पित चित्रकला प्रदर्शनी का उद्घाटन और सामूहिक वंदे मातरम गान हुआ। आठ थीमों पर आधारित और नौ सेक्शन में बनाई गई प्रदर्शनी को देशभर के अलग-अलग शैक्षणिक संस्थानों के 200 छात्रों ने बनाया है। प्रदर्शनी में 160 कलाकृतियां लगाई गई हैं।
गुरुवार शाम हुए वंदे मातरम के सामूहिक गान में 8500 कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। इस दौरान 150 दृष्टिबाधित छात्रों ने तिरंगे की आकृति बनाकर नेतृत्व किया। इससे पहले एबीवीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. राजशरण शाही और राष्ट्रीय महामंत्री श्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने ध्वजारोहण किया। एबीवीपी द्वारा शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक की 350वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में रायगड़ किले से शुरू की गई ‘हिंदवी स्वराज्य यात्रा’ बृहस्पतिवार को दिल्ली पहुंची, जिसका भव्य स्वागत कार्यक्रम स्थल पर किया गया। यात्रा के साथ उन स्थानों की मिट्टी कलश में भरकर कार्यकर्ता साथ लाए हैं, जहां शिवाजी महाराज का जुड़ाव रहा है। इनमें शिवनेरी, इंदौर, आगरा आदि जगहों की मिट्टी शामिल है।