यह राष्ट्रीय कार्यकारी समिति द्वारा लिया गया फैसला है। हम बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव से मिलने जा रहे हैं। इब्राहिम ने देवेगौड़ा पर तंज कसते हुए कहा कि हम जनवरी में हुबली में बड़े पैमाने पर रैली करेंगे। इसमें उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव, बिहार के सीएम नीतीश कुमार और राहुल गांधी को आमंत्रित किया जाएगा। समाजवादी जयप्रकाश नारायण, महात्मा गांधीजी और पूर्व सीएम रामकृष्ण हेगड़े निधन के बाद भी अपनी विचारधाराओं के लिए आज सम्मानित हैं। लेकिन कुछ लोग जो जीवित हैं, वे विचारधारा को भूलकर चलते-फिरते शवों की तरह होंगे। उन्होंने कहा कि देवेगौड़ा ने अपने बच्चों के हितों की रक्षा के लिए, महज दो सीटों के लिए विचारधारा का त्याग कर दिया है
देश का इतिहास आपको कभी माफ नहीं करेगा। इब्राहिम ने कहा कि देवेगौड़ा ने 92 साल की उम्र में विचारधारा से समझौता कर लिया है। जब तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने मुझे केंद्रीय मंत्री बनने का प्रस्ताव दिया तो मैंने उसे स्वीकार नहीं किया। मैंने राज्यपाल का पद भी नहीं लिया। जद-एस के पांच विधायक हमारे साथ हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी के सभी राज्यों के अध्यक्षों की नियुक्ति की शक्ति नानू को दी गई है। आज राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद देवेगौड़ा से छीन लिया गया है और नानू को सौंप दिया गया है। सूत्रों ने कहा कि बागी नेता जद-एस से अपने निष्कासन को कानूनी रूप से चुनौती देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं और पार्टी के चिन्ह पर भी दावा करेंगे।