कोलंबो । श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने कहा कि देश को आर्थिक संकट से बाहर निकालने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) कार्यक्रम से बेहतर कोई विकल्प नहीं है। बता दें कि पिछले हफ्ते आईएमएफ ने श्रीलंका को 33.7 करोड़ अमेरिकी डॉलर की दूसरी किश्त जारी करने की मंजूरी दे दी। इस दौरान सुधारों के विरोध में विपक्षी दलों की कड़ी आलोचना का जवाब देते हुए राष्ट्रपति विक्रमसिंघे ने कहा कि उन्होंने आईएमएफ कार्यक्रम को चुना क्योंकि यह एकमात्र उपलब्ध विकल्प था। गौरतलब है कि विक्रमसिंघे वित्त मंत्री भी हैं।
उन्होंने कहा कि जो सिर्फ लोगों को खुश करने के लिए बयान देते हैं वे आवश्यक कठोर निर्णय लेने के लिए तैयार नहीं होते हैं। मैंने आईएमएफ कार्यक्रम को चुना क्योंकि यह एकमात्र उपलब्ध विकल्प था। उन्होंने कहा और सभी राजनीतिक दलों से 2.9 अरब अमेरीकी डॉलर के बेलआउट की निंदा करते हुए जिम्मेदारी से कार्य करने का आग्रह किया। हालांकि हमें अतीत की आर्थिक गलतियों को सुधारने के लिए कड़े फैसले लेने होंगे। विक्रमसिंघे ने कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि वे आईएमएफ कार्यक्रम पर फिर से बातचीत करेंगे, यह सरासर झूठ है।