नई दिल्ली,। एम्स के डॉक्टर्स ने बच्ची के ब्रेन ट्यूमर की सर्जरी कर एक नया इतिहास रचने जैसा काम कर दिखाया है। दरअसल डॉक्टर्स ने 5 साल, 10 महीने की बच्ची को बेहोश किए बिना ही ब्रेन ट्यूमर की सर्जरी को अंजाम दिया। सर्जरी के दौरान बच्ची न डरी और न ही कोई दिक्कत ही आई, बल्कि वह हंसते हुए वहां मौजूद डॉक्टर्स से बातचीत करती रही। इसे लेकर अस्पताल ने दावा किया कि वह इस तरह की प्रक्रिया से गुजरने वाली दुनिया की सबसे कम उम्र की मरीज है।
एम्स ने जारी बयान में कहा है कि लेफ्ट ब्रेन ट्यूमर की इस सर्जरी को 4 जनवरी को अंजाम दिया गया था, जिसके लिए अवाक क्रेनियोटॉमी सर्जरी नामक प्रक्रिया का अपनाई गई, जो कि सफल रही। इसमें आगे कहा गया कि बच्ची को दौरे पड़ने का इतिहास था और उसके मस्तिष्क के एमआरआई से मालूम चला कि उसके मस्तिष्क के बाईं ओर स्पीच और लैंग्वेज एरिया के निकट एक ट्यूमर है। इस कारण सर्जरी तीन घंटे तक चली, न्यूरोसर्जन्स की एक टीम द्वारा ट्यूमर को सफलतापूर्वक हटा दिया गया क्योंकि वह पूरी प्रक्रिया के दौरान सचेत रही। एम्स ने आगे कहा कि बच्ची ठीक है और सोमवार उसे घर भेज दिया जाएगा। अस्पताल ने अपने बयान में कहा कि वह पहली कक्षा की छात्रा है और सर्जरी के दौरान उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर को तेजी से पहचानने का काम किया।
न्यूरोसर्जरी के प्रोफेसर डॉ. दीपक गुप्ता ने डॉ. मिहिर पांडिया और डॉ. ज्ञानेंद्र पाल सिंह के नेतृत्व वाली न्यूरोएनेस्थीसिया टीम के साथ एक टीम वर्क के माध्यम से ऑपरेशन को अंजाम दिया। डॉ. गुप्ता ने बताया कि, अक्षिता एम्स, दिल्ली में इस उम्र में जागती स्थिति में सफल ब्रेन ट्यूमर सर्जरी वाली दुनिया की सबसे कम उम्र की बच्ची बन गई है।