- बिहार में अपराधियों पर मेहरबान पुलिस, अभियुक्त धड़ा धड़ हो रहे बरी

बिहार में अपराधियों पर मेहरबान पुलिस, अभियुक्त धड़ा धड़ हो रहे बरी

बिहार पुलिस अपराधियों पर काफी मेहरबान दिखाई दे रही है। मुजफ्फरपुर में पुलिस समय से गवाहों और जमानत पर निकले आरोपितों को न्यायालय में प्रस्तुत नहीं करा पा रही है। इसके कारण जिले में 38 हजार केस लंबित चल रहे हैं । सही से साक्ष्य पेश नहीं होने और गवाहों के नहीं आने या मुकर जाने के कारण 80 फीसदी मामलों में साक्ष्य की कमी से आरोपित बरी हो जा रहे हैं। कोर्ट से गवाहों को हाजिर कराने के लिए आईजी, डीएम, एसएसपी और थानेदार तक को नोटिस भेजी जा रही है। हत्या, दुष्कर्म, लूट समेत कई गंभीर अपराधों में भी गवाह नहीं लाए जा रहे हैं। जिले में अभी 72 हजार से अधिक केसों का कोर्ट में संचालन हो रहा है । गवाहों और साक्ष्यों को पेश करने की मुख्य जिम्मवेारी डीएम और थानेदार की बताई गई है। पूर्व मेयर समीर कुमार और उनके कार चालक रोहित की एके-47 से हत्या को छह साल हो गए। अब तक पुलिस ने आठ आरोपितों पर चार्जशीट दाखिल किया है। केस अभियोजन साक्ष्य के बिंदू पर सुनवाई में चल रहा है । गवाहों को प्रस्तुत किया जाना है, लेकिन एक भी गवाह को पुलिस प्रस्तुत नहीं कर पाई है। इस केस के वादी तत्कालीन नगर थानेदार मो. सुजाउद्दीन हैं। उनकी गवाही भी न्यायालय में नहीं हुई है। सरैया थाने की पुलिस ने दीपक सिंह समेत छह आरोपितों को हथियार के साथ अपराध की साजिश रचते फरवरी 2017 में गिरफ्तार किया था । 16 फरवरी से न्यायालय में सुनवाई के अधीन मामला लंबित है। इसमें आरोपित दीपक सिंह, हेमंत उर्फ बादल, मो. अजहर, निक्कू सिंह, दिलीप राम और मुन्ना के खिलाफ अभियोजन साक्ष्य पेश किया जाना है। लंबे समय से गवाहों की पेशी नहीं हुई है । अब इस केस में अभियोजक साक्ष्य पर सुनवाई हो रही है। 11 महिलाएं और उनके चार बच्चों को गायब कर दिए जाने के स्वाधारगृह कांड में अभियोजन के गवाह की पेशी नहीं हो रही है। ब्रजेश ठाकुर के खिलाफ लंबे समय से गवाहों के नहीं आने के कारण विशेष एससी/एसटी कोर्ट ने गवाहों के खिलाफ वारंट जारी किया। इसमें तीन गवाह पुलिस कर्मी और दो सिविल गवाह को पेश किया जाना है।

Comments About This News :

खबरें और भी हैं...!

वीडियो

देश

इंफ़ोग्राफ़िक

दुनिया

Tag