Gwalior News: ग्वालियर में पहाड़ी पर मिले बच्चे के शव की गुत्थी सुलझ गई है। बच्चे की बड़ी बहन के पूर्व प्रेमी ने ही बच्चे की हत्या की थी, वह अपनी प्रेमिका से शादी नहीं कर पाने से नाराज था।
इस 12 साल के मासूम को मेला देखने जाना था, इसलिए बच्चे को खुश रखने के लिए उसकी मां ने उसे ऑटो में बिठाकर गोल पहाड़िया के पास गुप्तेश्वर मेला देखने के लिए भेज दिया। इस दौरान शिवम कुशवाह, जिसे मासूम हेम राजपूत पहले से जानता था, उससे मिला। मां शाम तक सोचती रही कि उसका मासूम बेटा मेला देखकर जरूर आएगा, लेकिन जब रात को वह नहीं आया तो बच्चे की मां कमलेश राजपूत ने पुरानी छावनी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। जिला पुलिस कप्तान ने तत्काल एक टीम गठित कर बच्चे की तलाश में लगा दी।
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पुलिस ने देर रात तक गुप्तेश्वर पहाड़ी क्षेत्र में तलाश की और एक पत्थर के नीचे दबा हुआ बच्चे का शव बरामद किया। मासूम हेम राजपूत की मां से जब बच्चे के शव की पहचान करने को कहा गया तो मानो उसकी दुनिया ही उजड़ गई, क्योंकि पत्थर के नीचे दबा हुआ बच्चे का हाथ उसके 12 वर्षीय बेटे हेमू का था। पुलिस ने जब बच्चे की मां से किसी पर शक होने के बारे में पूछा तो उसने अपने पुराने पड़ोसी शिवम कुशवाह का नाम बताया। पुलिस ने जब शुभम से सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
आरोपी शिवम कुशवाह बच्चे की बड़ी बहन से प्यार करता था और उससे शादी करना चाहता था, लेकिन करीब 5 महीने पहले बच्चे की मां ने अपनी बेटी की शादी शिवम से न करके मुरैना में कर दी। इसी बात का बदला लेने के लिए आरोपी ने अपने साथी अमन गोस्वामी के साथ मिलकर बच्चे की हत्या कर दी और सभी को पत्थर के नीचे दफना दिया।
हालांकि आरोपी शिवम कुशवाह शादी के बाद भी मासूम हेमू के घर आता-जाता था और उससे पारिवारिक संबंध बना लिए थे, क्योंकि आरोपी और फरियादी कमलेश पहले पड़ोस में रहते थे। वहीं से उसकी दोस्ती फरियादी कमलेश की बेटी से हो गई थी। शादी न होने के कारण शिवम कुशवाह मन में बदले की भावना पालने लगा था। मासूम के हत्यारे को पुलिस ने 24 घंटे के अंदर ही पकड़ लिया और उसके साथी को भी गिरफ्तार कर लिया है।