Madhya Pradesh News: एक महीने पहले इस हिस्से के खतरनाक होने और गिराने के लिए नोटिस भी जारी किया गया था। मकान का मालिक मलबे में दब गया।
उसे बचा लिया गया। बुरहानपुर के गणपति नाका थाना क्षेत्र में गुरुवार को एक गंभीर हादसा हुआ, जिसमें तीन मंजिला मकान का बड़ा हिस्सा अचानक गिर गया। इस हादसे में मकान मालिक अली भाई नौलखा मलबे में दब गए। स्थानीय निवासियों ने तत्परता दिखाते हुए उन्हें मलबे से बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया। यह घटना शहर के चंद्रकला वार्ड की है, जहां स्थित मकान करीब 100 साल पुराना और जर्जर हालत में था। मकान की हालत को लेकर नगर निगम ने कई बार मकान मालिक को नोटिस जारी किए थे, लेकिन मकान मालिक ने न तो मकान तोड़ा और न ही वहां से शिफ्ट हुआ। इस हादसे ने नगर निगम के जर्जर मकानों को हटाने के अभियान की पोल खोल दी है।
मौके पर मौजूद एक स्थानीय निवासी ने बताया कि मकान काफी जर्जर था, और अली भाई को एक महीने पहले ही नोटिस दिया गया था। इससे पहले भी उन्हें कई बार चेतावनी दी गई थी। मकान का पिछला हिस्सा गिरने से अली भाई मलबे में दब गए। मोहल्ले के ही चार-पांच लोगों ने उन्हें बाहर निकाला। मकान का अगला हिस्सा भी काफी जर्जर है, जिससे खतरा बना हुआ है।
यह भी पढ़िए Madhya Pradesh News: नाले से निकलकर खेत में घुसा छह फीट लंबा मगरमच्छ, ग्रामीण दहशत में
सूचना मिलते ही नगर निगम की टीम मौके पर पहुंच गई। निगम कर्मियों ने बताया कि मकान मालिक को पहले ही मकान हटाने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन उन्होंने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। नगर निगम के इंजीनियर ने बताया कि मकान के नाम को लेकर कुछ आपसी विवाद था, जिसके चलते निगम ने मामले में हस्तक्षेप नहीं किया।
नगर निगम की रिमूवल टीम ने मौके पर पहुंचकर बचे हुए मकान को गिराने का काम शुरू कर दिया है। जरूरत पड़ने पर पुलिस प्रशासन की मदद भी ली जाएगी। नगर निगम के कर्मचारियों ने सुरक्षा के लिए तुरंत कार्रवाई की है, ताकि आगे कोई हादसा न हो। इस घटना ने नगर निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं और जर्जर मकानों को हटाने की जरूरत पर बल दिया है।